बरेली। कोरोना वैश्विक महामारी के चलते कई लोगों का कारोबार ठप हो गया तो कई युवकों की नौकरी चली गई। केंद्र और राज्य सरकार के माध्यम से कई रोजगार योजनाएं शुरू की गईं लेकिन उसका लाभ पाने से कई लोग वंचित रह गए। ऐसा ही मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र के शाहबाद में सामने आया है जहां के 22 वर्षीय जुनेद पुत्र साजिद ने लॉकडाउन के बाद शुरू किया गया कारोबार ठप हो जाने की वजह से अवसाद (Depression) में आकर खुदकुशी कर ली।

जुनैद ने 4 अक्टूबर 2020 को जेके एंटरप्राइज सिक्योरिटी सिस्टम के नाम से अपना प्रतिष्ठान चालू किया जो सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम करती था। कुछ समय तक तो कारोबार चला लेकिन अचानक काम खत्म हो गया।

रविवार को दोपहर करीब 3:00 बजे जुनैद ने अपने कमरे में एक चुन्नी से फांसी का फंदा बनाया और पंखे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। जब पिता साजिद जुनैद को बुलाने गए तो कमरा अंदर से बंद था। एक कुंडी बहुत ही हल्के से लगी थी जो दरवाजे को धक्का देते ही खुल गई। अंदर कमरे का नजारा दिखते ही हाजी साजिद सहम गए। उनके चीखने-चिल्लने पर घर में मौजूद सभी लोगों इकट्ठा हो गए और शव को नीचे उतारकर बेड पर रख दिया। जानकारी मिलते ही पड़ोसी भी पहुंच गए।

सूचना मिलते ही चीती मोबाइल के कॉन्स्टेबल रवि पर घटनास्थल पर पहुंच गए। रवि ने मौके पर हालात देखते हुए शाहबाद चौकी प्रभारी राजेंद्र सिंह को सूचना दी। राजेंद्र सिंह भी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने जांच-पड़ताल के दौरान फांसी का फंदा बनाए गए चुन्नी को सुबूत के तौर पर जब्त कर लिया। कुछ ही देर में क्षेत्राधिकारी प्रथम दिलीप सिंह एवं प्रेम नगर थाना प्रभारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। दिलीप सिंह ने शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा लेकिन परिवार वाले कुछ समय तक नहीं माने। आखिरकार पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों के समझाने पर साजिद पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हो गए। शव रात्रि 9:30 बजे पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया।

पुलिस के आनुसार परिवारीजनों ने बताया कि पिछले कुछ समय से कारोबार में कमी आते जाने और अंत में उसके ठप हो जाने की वजह से जुनैद परेशान चल रहा था।

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