नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के बावजूद लोगों की लापरवाही पूरी दुनिया को भारी पड़ रही है। भारत समेत कई देशों में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। संक्रमण की बेकाबू रफ्तार को देख लोगों को बचाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। देश में बिगड़ते हालात के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को एक बड़ी चेतावनी जारी कर कहा है कि “अगले चार हफ्ते हमारे लिए बहुत क्रिटिकल हैं।”

दरअसल, कोरोना संक्रमण के प्रसार में उछाल के चलते सक्रिय मामलों में लगातार 27 दिनों से बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले तीन दिनों से रोजाना 90 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं, हालांकि मरने वालों का दैनिक आंकड़ा पिछले दो दिनों से पांच सौ से नीचे बना हुआ है। नए मामलों की तुलना में ठीक होने वालों मरीजों की संख्या कम होने की वजह से उबरने की दर भी लगातार गिर रही है।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में “बड़ा खतरा” जताते हुए देश वासियों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगले चार हफ्ते कोरोना संक्रमण को लेकर लिए क्रिटिकल हैं। देश के कई हिस्सों में खतरनाक स्थिति है। कोरोना से मृत्यु की दर पांच फीसदी हो गई है जबकि कुछ दिनों पहले सिर्फ 2 प्रतिशत थी। 

सभी को टीका लगवाने के सवाल का विस्तृत जवाब

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सभी को टीका देने की मांग पर जवाब भी दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा, पूरी दुनिया में इस विषय पर गहरा मंथन और चर्चा हो चुकी है। जब भी टीकाकरण होता है तो उसका पहला उद्देश्य लोगों को मौत से बचाना होता है। दूसरा उद्देश्य हेल्थकेयर सिस्टम को दुरुस्त करना होता है।

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