नई दिल्ली। जैसा कि करीब एक सप्ताह पहले स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था, देश में कोरोना संक्रमण के हालात सचमुच बद से बदतर होते जा रहे हैं। एक दिन में कोविड-19 के 1,26,789 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,29,28,574 हो गई जबकि 9 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को सुबह 8 बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरना वायरस से 685 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,66,862 हो गई है।
देश में लगातार 29 दिनों से संकमण के नए मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके साथ ही उपचाराधीन मामले भी बढ़कर 9,10,319 हो गए हैं, जो कुल मामलों का 7.04 प्रतिशत है। देश में 12 फरवरी 2021 को सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज थे जो उस समय के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थे। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 1,18,51,393 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और वह अब 91.67 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.29 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल 7 अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और 5 सितम्बर को 40 लाख से अधिक थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहेष19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे।
आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अभी तक 25,26,77,379 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 12,37,781 नमूनों की जांच बुधवार को की गई थी।
कोरोना को केवल वैक्सीनेशन से रोक सकते हैं
डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DST) के सचिव और देश के बड़े वैज्ञानिकों में शुमार प्रो. आशुतोष शर्मा ने कहा है कि कोरोना के इस फेज की रफ्तार पहले की अपेक्षा काफी अधिक है। मतलब इस फेज में ज्यादा तेजी से लोगों के बीच संक्रमण फैलेगा। इसे रोकने के लिए केवल बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन ही कारगर साबित होगी। देश की ज्यादातर आबादी के बीच वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण का असर कम होने लगेगा।