नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे फेज में शनिवार को 5 जिलों की 44 सीटों पर वोट डाले गए। इस दौरान कई स्थानों पर भारी हिंसा हुई। कूचबिहार में अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की जान चली गई। सबसे पहले बूथ नंबर 285 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके गए और गोलीबारी हुई। इसमें वोट डालने आए एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद सितालकुची में बूथ नंबर 126 में भीड़ ने सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवानों पर हमला कर दिया। आत्मरक्षा में जवानों को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 अन्य घायल हो गए। इस मामले में टीएमसी चुनाव आयोग पहुंच गई। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी चुनाव आयोग से शिकायत की। भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने कहा कि ये घटनाएं ममता बनर्जी के केंद्रीय बलों के घेराव के बयान के कारण हुईं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में हुई घटना के लिए गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अमित शाह हिंसा की घटना के साजिशकर्ता हैं। वह केंद्रीय बलों को दोष नहीं देतीं क्योंकि वे तो गृह मंत्री के आदेश के तहत काम करते हैं। ममता ने कहा कि वह रविवार को माथाभंगा हॉस्पिटल और वहां से अलीपुरद्वार जाएंगी। आचार संहिता के कारण वह आज कूच बिहार नहीं जा सकीं क्योंकि वहां वोट डाले जा रहे थे।
केंद्रीय सुरक्षाबलों की 71 कंपनी भेजी
सीतलकुची में हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने केंद्रीय सुरक्षाबलों की 71 कंपनियां भेजी हैं। इनमें सीमा सुरक्षा बल बॉर्डर ( BSF) की 33, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की 13, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 13, सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 9 और सीआईएसएफ की 4 कंपनियां शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिफ आफताब ने कहा कि सीतलकुची के बूथ नंबर 126 पर हुई फायरिंग की रिपोर्ट हमें मिल चुकी है। रिपोर्ट जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सौंपी है। इसके अलावा बूथ नंबर 285 में हुई हिंसा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इस मामले में दो स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सीतालकुची के एक बूथ पर वोटिंग स्थगित
चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाते हुए विशेष पर्यवेक्षकों की एक अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर कूच बिहार के सीतालकुची विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 126 में मतदान स्थगित करने के आदेश दे दिए। आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सीआईएफ ने जारी किया बयान, बताया- कैसे हुई हिंसा
फायरिंग की घटना पर CISF ने बयान जारी किया। इसमें कहा गया है कि बूथ संख्या 126 के पास उसकी टीम पर उपद्रवियों ने हमला किया। इस दौरान हाथापाई में एक बच्चा नीचे गिर गया। उपद्रवियों ने क्यूआरटी के वाहन को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया और टीम पर हमला किया। टीम ने आत्मरक्षाऔर भीड़ को हटाने के लिए छह राउंड हवाई फायर किए। एक घंटे के बाद भीड़ का एक और समूह बूथ में घुस हो गया और ड्यूटी पर मौजूद मतदान कर्मचारियों को रोकना शुरू कर दिया। सबसे पहले उन्होंने होमगार्ड और आशा कार्यकर्ता की पिटाई कॉ जो बूथ पर ड्यूटी कर रहे थे।
बयान में कहा गया है कि सीआईएसएफ को जवानों ने उपद्रवियों को शांत करने की कोशिश क लेकिन भीड़ ने मतदान केंद्र में अन्य पोलिंग स्टाफ की पिटाई कर दी। कुछ उपद्रवियों ने वहां तैनात सीआईएसएफ कर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश की। सीआईएसएफ कर्मियों ने हवा में दो राउंड फायर किए लेकिन भीड़ ने चेतावनी पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद आत्मरक्षा में उपद्रवियों की भीड़ पर 7 और राउंड गोलियां चलाईं। कुल 8 लोग घायल हुए थे जिनमें से 4 ने दम तोड़ दिया।