देहरादून। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास का कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो गया है। वह महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश से हरिद्वार पहुंच थे। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनका यहां के कैलाश हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने उनके निधन की पुष्टि की है। हरिद्वार महाकुंभ-2021 के दौरान संक्रमण से जान गंवाने वाले कपिल देव पहले बड़े संत हैं।

12 अप्रैल को महामंडलेश्वर कपिल देवदास का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया था। उनको सांस लेने में परेशानी और बुखार की शिकायत थी। आनन-फानन महामंडलेश्वर के अनुयायियों ने उनको कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। यहां कोविड जांच में वह पॉजिटिव पाए गए। 13 अप्रैल को महामंडलेश्वर का तबीयत ज्यादा खराब हो गई। डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बाद भी उनको बचाया नहीं जा सका। महामंडलेश्वर के अनुयायी उनके शव को मध्य प्रदेश स्थित आश्रम ले गए।

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“निर्वाणी अणि के एक संत की देहरादून के अस्पताल में मौत हुई है। उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। उनके संपर्क में आए संतों और अनुयायियों के कोविड जांच के लिए स्वैब सैंपल एकत्र करने के लिए छावनी में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा गया है।

-डॉ. एसके झा, सीएमओ, हरिद्वार

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हरिद्वार में तेजी से फैल रहा संक्रमण

उत्तराखंड के कोविड-19 स्टेट कंट्रोल रूम के मुताबिक, 10 से 14 अप्रैल के दौरान यानी 5 दिन में हरिद्वार में 2167 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यहां 12 और 14 अप्रैल को शाही स्नान में लाखों लोग पहुंचे थे।

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