फतेहगंज पश्चिमी (बरेली)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आशा माड्यूल 6-7 के पांच दिवसीय आशा प्रशिक्षण कार्यक्रम के चतुर्थ चक्र के अंतिम बैच का समापन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ। इस अवसर पर राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर ने कहा कि अब महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर आशाएं आवाज उठा सकेंगी और महिला हिंसा के खिलाफ समाज को एकजुट करने व जागरूकता पैदा करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी। आशाएं हिंसा के खिलाफ सामूहिक सहभागिता से एकजुटता लाकर जागरूकता के लिए गांवों में रैलियां भी निकालेंगी।
जिला प्रशिक्षक देशराज सिंह ने परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों तथा क्षय रोग टीबी, मलेरिया आदि के बारे में जानकारी दी। जिला प्रशिक्षक तिलोत्तमा कुमारी ने मातृ स्वास्थ्य और नवजात शिशु के स्वास्थ्य पर जानकारी दी | पोस्ट टेस्ट के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए गए।
पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में संजू देवी, संतोष, उषा, विनीता देवी, नीतू, हेमा देवी, कमला, राम सनेही, राम बेटी, आशा देवी, वीरवती, मीना, गीता देवी, लक्ष्मी, लक्ष्मी देवी, रामवती, स्नेह लता, सुमन, लाडो, परवीन, शिखा, मीरा देवी, मालती देवी, नेम बती, शारदा सहित कुल 145 आशाओं ने प्रमाण पत्र प्राप्त किए। यह प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डीसीपीएम, आरएम एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार की देखरेख में संपन्न हुआ|