नई दिल्ली। कोरोना का हमलाऔर सिस्टम की संवेदनहीनता व लापरवाही राष्ट्रीय राजधानी पर भारी पड़ी। यहां 24 घंटों में रिकॉर्ड 348 लोगों ने कोरोना संक्रमण की वजह से जान गंवा दी। अकले जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन संकट के चलते शुक्रवार की देर रात 20 लोगों ने दम तोड़ दिया।

जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल के डॉ. डीके बलुजा ने शनिवार को बताया कि अभी सरकार की तरफ से ऑक्सीजन टैंक मुहैया कराया गया है। यह भी अगले दो से ढ़ाई घंटे तक ही चलेगा। हॉस्पिटल में 260 मरीज भर्ती हैं। सरोज हॉस्पिटल के कोविड प्रभारी ने बताया कि अब वह अपने अस्पताल में कोरोना मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे। ऑक्सीजन न होने के चलते पुराने मरीजों को भी डिस्चार्ज किया जा रहा है।

गंगाराम हॉस्पिटल में गुरुवार को हुई थी 25 लोगों की मौत

दिल्‍ली के गंगाराम हॉस्पिटल में गुरुवार की रात 25 कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी। हालांकि, बाद में अस्पताल प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा था कि इन मरीजों की हालत काफी गंभीर थी। ऑक्सीजन की कमी के चलते इनकी मौतें नहीं हुई हैं। गंगाराम हॉस्पिटल में शुक्रवार को ऑक्सीजन का संकट भी हो गया था। सरकार ने तत्काल यहां ऑक्सीजन की सप्लाई की थी।

गंगाराम अस्पताल के 37 डॉक्टर संक्रमित

कुछ दिनों पहले ही गंगाराम अस्पताल में 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से 5 अस्पताल में ही भर्ती थे जबकि अन्य डॉक्टरों को होम आइसोलेशन में रखा गया था। अस्पताल प्रशासन के अनुसार सभी डॉक्टरों में माइल्ड सिम्टम्स हैं और कोई भी गंभीर हालत में नहीं है।

दिल्ली में 24 घंटों में रिकॉर्ड 348 लोगों ने जान गंवाई

दिल्ली में पिछले 24 घंटों के अंदर 24 हजार 331 नए मरीज मिले। 23 हजार 572 लोग रिकवर हुए और 348 मरीजों की मौत हो गई। राजधानी में एक दिन के अंदर संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। अब तक यहां 9 लाख 80 हजार 679 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 8 लाख 75 हजार 109 लेाग ठीक हो चुके हैं जबकि 13,541 मरीजों की मौत हो चुकी है। 92,029 मरीजों का इलाज चल रहा है।

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