लखनऊ/बरेली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second strain) में संक्रमण के मामले बेतहाशा बढ़े हैं। इस दौरान कोरोना फ्रंटलाइन वॉरियर्स के साथ ही मीडियाकर्मी सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में सैकड़ों पत्रकारों के साथ ही अन्य मीडियाकर्मी व उनके परिवारों के सदस्य संक्रमित हो चुके हैं तो करीब डेढ़ दर्जन मीडियाकर्मियों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है। अब मीडियाकर्मियों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश में सभी मीडियाकर्मियों का वरीयता पर कोरोना वैक्सीनेशन का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) लंबे समय से मीडिया को आवश्यक सेवाओं में शामिल करने की मांग कर रही है। संगठन ने इसी साल मार्च में सरकार को पत्र लिखकर पत्रकारों को कोरोना का टीका वरीयता के आधार पर लगाने की मांग की था।
दरअसल पश्चिम बंगाल, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में मीडियाकर्मियों और उनके परिवार के लोगों का वरीयता पर फ्री वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मीडियाकर्मी भी इसकी मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश के पत्रकारों को कोरोना का टीका लगाने के लिए अलग से सेंटर एलॉट कर उसको वैक्सीनेशन जोन बनाया जाएगा। साथ ही अगर जरूरत पड़े तो मीडियॉकर्मियों के कार्यस्थलों पर कैंप लगाकर मीडियाकर्मियों के साथ उनके परिवार के 18 वर्ष के अधिक उम्र के लोगों का भी टीकाकरण किया जाए।