नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभावों (Side effects) को लेकर लोगों में कई तरह की आशंकाएं हैं और वे टीका लगवाने से हिचकिचा रहे हैं। सोशल मीडिया में डाली जा रहीं तरह-तरह की पोस्ट और वीडियो भी लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। दूसरी तरफ देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर स्थित साफ कीजाए। इसी के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है जिसमें बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के पहले और बाद में क्या करना चाहिए।
स्टेप-1: अगर पहले कभी हुई है किसी वैक्सीन से एलर्जी
-कोविड-19 की वैक्सीन लगवाने वाले शख्स से पूछना चाहिए कि क्या उसे कभी किसी वैक्सीन से कोई एलर्जी या रिएक्शन (Side effects of Vaccine) हुआ है। अगर ऐसा पहले हुआ है तो उसको एलर्जी स्पेशलिस्ट के पास भेजा जाना चाहिए। स्पेशलिस्ट की सलाह पर ही आगे बढ़ना चाहिए।
स्टेप-2: स्वास्थ्य स्थितियों को किया जाना चाहिए आकल
-वैक्सीन निर्माता द्वारा एहतियात के लिए बताई गईं स्वास्थ्य स्थितियों का आकलन किया जाना चाहिए। इनमें प्रेग्नेंसी, कॉम्प्रोमाइज इम्यून सिस्टम और बुजुर्ग व्यक्तियों में कोई गंभीर बीमारी शामिल हैं। इन कंडीशन वाले लोग टीकाकरण के लिए योग्य हैं लेकिन उन्हें जरूरी जानकारी और परामर्श दी जानी चाहिए।
स्टेप-3: साइड इफेक्ट के बारे में दी जानी चाहिए जानकारी
-वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट नजर आते हैं जिसका मतलब है कि शरीर में वैक्सीन काम कर रही है। इन साइड इफेक्ट्स में हाथ दर्द, हल्का बुखार, थकान, सरदर्द, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द शामिल है।
स्टेप-4: इसके बाद लगाई जा सकती है वैक्सीन
-स्थितियों के आकलन और साइड इफेक्ट की जानकारी देने के बाद वैक्सीन लगाई जा सकती हैय़
स्टेप-5: वैक्सीन लगाने के बाद 15 मिनट आकलन
-वैक्सीनेशन के बाद टीका लगवाने वाले शख्स का 15 मिनट तक आकलन किया जाना चाहिए जबकि पहले कभी किसी वैक्सीन से एलर्जी वाले शख्स का कोरोना टीका लगाने के बाद 30 मिनट तक आकलन किया जाना चाहिए। इसके अलावा इस बात की भी जानकारी दी जानी चाहिए कि आगे कोई रिएक्शन होने पर वह कहां रिपोर्ट करे।
स्टेप-6: रिएक्शन होने पर मेडिकल सुपरवाइजर को तुरंत बताएं
-वैक्सीन लगाने के बाद अगर किसी व्यक्ति को किसी अनपेक्षित या गंभीर रिएक्शन और एलर्जी होने पर तुरंत मेडिकल सुपरवाइजर को बताया जाना चाहिए।