नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD,आईएमडी) ने इस बार मानसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य, मध्य भारत में सामान्य से अधिक तथा पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है।

दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2021 के लिए अपना दूसरा दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी करते हुए आईएमडी ने कहा, “देश में जून में मॉनसून सामान्य रहने का पूर्वानुमान है जो बुवाई का भी मौसम होता है।” महापात्र ने कहा कि कुल मिलाकर इस साल पूरे देश में मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना है।

आईएमडी के महानिदेशक  ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, ‘‘हम अच्छे मॉनसून की उम्मीद कर रहे हैं जिससे कृषि क्षेत्र को मदद मिलेगी।” उन्होंने कहा, ‘‘मात्रात्मक रूप से, देश में मॉनसून की बारिश के दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 101 प्रतिशत रहने की संभावना है जिसमें 4 प्रतिशत कम या ज्यादा की आदर्श त्रुटि हो सकती है।” गौरतलब है कि एलपीए के 96 से 104 प्रतिशत के दायरे में मॉनसून को सामान्य माना जाता है।

वर्ष 1961-2010 अवधि के लिए पूरे देश में मॉनसून की बारिश का एलपीए 88 सेंटीमीटर है। आईएमडी ने दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2021 के लिए पहले दीर्घावधि पूर्वानुमान में एलपीए की 98 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया था जो सामान्य श्रेणी में आता है लेकिन अब उसने अपने पूर्वानुमान को एलपीए का 101 प्रतिशत कर दिया है जो सामान्य श्रेणी में उच्च स्तर की ओर है।

महापात्र ने कहा कि 40 प्रतिशत संभावना सामान्य बारिश की है, 22 प्रतिशत संभावना सामान्य से अधिक वर्षा की है, 12 प्रतिशत संभावना अत्यधिक बारिश होने की है जबकि 18 प्रतिशत संभावना सामान्य से कम वर्षा की है।

error: Content is protected !!