नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्याज दरों को बरकरार रखने का फैसला किया है। मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक में यह फैसला किया गया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होने कहा कि ग्रोथ को बरकरार रखने के लिए आरबीआई एकोमोडेटिव स्टांस को बरकरार रखेगा। शक्तिकांत दास ने कहा, “आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने कोविड-19 के असर को खत्म करने के लिए जब तक जरूरत पड़ती है, मौद्रिक रुख को उदार बनाए रखने का फैसला किया है। मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) दर और बैंक दर 4.25 प्रतिशथ पर अपरिवर्तित हैं। रिवर्स रेपो रेट में भी किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई में हाल ही में आई कमी से थोड़ी गुंजाइश बनी है। विकास की गति हासिल करने के लिए पॉलिसी स्तर पर सभी पक्षों का समर्थन जरूरी है। सामान्य मानसून से इकोनॉमिक रिकवरी में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि (economic growth) के अनुमान को घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले उसने 10.5 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि का अनुमान जताया था। आरबीआई  ने वित्त वर्ष 2021-22 में खुदरा महंगाई दर 5.1 प्रतिशथ  रहने का अनुमान जताया है।

जी-सिक्युरिटीज खरीदेगा आरबीआई

शक्तिकांत दास ने कहा कि अर्थव्यवस्था को सपोर्ट देने के लिए आरबीआई 17 जून को 40 हजार करोड़ रुपये की जी-सिक्युरिटीज (गवर्नमेंट सिक्युरिटीज) खरीदेगा। दूसरी तिमाही में 1.20 लाख करोड़ रुपए की जी-सिक्युरिटीज खरीदी जाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत का विदेशी पूंजी भंडार 600 बिलियन डॉलर के पार जा सकता है। एमपीसी ने 31 मार्च 2026 तक वार्षिक महंगाई दर को 4 प्रतिशथ पर बनाए रखने का लक्ष्य दिया है।

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को दिया जाएगा 15 हजार करोड़ का लोन

शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए स्पेशल लोन विंडो खोली जा रही है। इसके तहत 31 मार्च 2022 तक 15 हजार करोड़ रुपये का लोन दिया जाएगा। इस स्कीम में ट्रैवल एजेंट, टूर ऑपरेटर, एडवेंचर -हैरिटेज से जुड़ी सेवाएं देने वाले, एविएशन सेक्टर से जुड़ी ग्राउंड हैंडलिंग और सप्लाई चेन जैसी सेवाएं देने वाले, प्राइवेट बस ऑपरेटर, कार रिपेयर सर्विसेज, किराए पर कार देने वाले, इवेंट ऑर्गेनाइजर, स्पा क्लीनिक और ब्यूटी पार्लर संचालक लोन ले सकते हैं। इस स्कीम के तहत रेपो रेट पर अधिकतम तीन साल के लिए लोन दिया जाएगा। इसके अलावा सिडबी को भी लोन देने के लिए 16 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।

अप्रैल में भी दरों में नहीं हुआ था कोई बदलाव

मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) पैनल ने अप्रैल 2021 में हुई अपनी पिछली बैठक में भी दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह लगातार छठा ऐसा मौका है जब आरबीआई की अहम दरें वर्तमान स्तरों पर ही बरकरार रखी गई हैं। 2020 में आरबीआई ने 115 बेसिस पॉइंट की कटौती की थी।

रिजर्व बैंक ने कई बार दरों को घटाया है पर बैंक इसका पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं देते हैं। पिछले कोरोना से लेकर अब तक रिजर्व बैंक ने दरों में करीब 1.50 प्रतिशथ से ज्यादा की कटौती की है। हालांकि, इस समय लोन पर ब्याज की दरें ऐतिहासिक रूप से सबसे कम हैं। यही हाल आपकी बैंक में जमा रकम पर भी है। उस पर भी सबसे कम ब्याज मिल रहा है।

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