नई दिल्ली। ( LPG Refill Booking Portability) “बाजार में बचे रहना है तो ग्राहक को अच्छी सेवा दो।“ एलपीजी यानी रसोई गैस डीलरों को अब इस मूलमंत्र को याद रखते हुए इस पर अमल भी करना होगा। दरअसल, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय “ ग्राहक ही राजा“ को मानते हुए उनको बड़ी राहत देने जा रहा है। इसके तहत रसोई गैस उपभोक्ता  अपनी तेल/गैस विपणन कंपनी के अपने क्षेत्र के किसी भी डीलर से रसोई गैस सिलेंडर रिफिल करा सकेंगे। इस सुविधा को जल्द ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत लॉन्च किया जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक, इसकी शुरुआत चंडीगढ़, कोयंबटूर, गुरुग्राम, पुणे और रांची से होगी।

ऐसे मिलेगी सुविधा

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अनुसार, इस सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को मोबाइल ऐप या ग्राहक पोर्टल के जरिए गैस सिलेंडर की बुकिंग करानी होगी। बुकिंग के समय ग्राहकों को अपने क्षेत्र के रसोई गैस डीलर्स की सूची दिखेगी। डीलर्स की सूची के साथ उनकी रेटिंग भी दिखाई देगी। इससे उपभोक्ताओं को अच्छी रेटिंग वाले डीलर की पहचान करने में आसानी होगी। गैस सिलेंडर की बुकिंग करते समय उपभोक्ता अपने क्षेत्र के किसी भी डीलर को चुन सकेगा।

नई सेवा का उद्देश्य

इसनई सेवा के जरिए उपभोक्ताओं को अपनी पसंद का डीलर चुनने की आजादी होगी और उनको सर्वोत्तम सेवाएं मिल सकेंगी। सबसे बड़ी बात, अपनी रेटिंग में सुधार के लिए डीलर अच्छी सेवाएं देंगे। रेटिंग में सुधार के लिए डीलर्स मके बीच अच्छी सेवा देने को लेकर प्रतिस्पर्धा भी होगी।

इस नई सेवा इस कदम से गैस सिलेंडर की ऑनलाइन बुकिंग को प्रोत्साहन मिलेगा। उपभोक्ताओं को एलपीजी डीलर्स की मनमानी से मुक्ति मिलेगी।

रसोई गैस कंपनी भी ऑनलाइन बदल सकेंगे

मंत्रालय ने एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए रसोई गैस कनेक्शन देने वाली कंपनी को ऑनलाइन बदलने की सुविधा भी शुरू की है। इसके तहत उपभोक्ता कंपनी के वेब पोर्टल या मोबाइल ऐप के जरिए कनेक्शन देने वाली कंपनी भी बदल सकते हैं। उपभोक्ता रजिस्टर्ड लॉगइन के जरिए अपने क्षेत्र के कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर का चयन करके अपना रसोई गैस कनेक्शन मोबाइल फोन नंबर की तरह पोर्ट करा सकते हैं।

ग्राहक को मना सकेंगे डिस्ट्रीब्यूटर : रसोई गैस वितरक के पास ग्राहक से संपर्क करने और उसे मनाने का विकल्प होता है। अगर ग्राहक आश्वस्त है तो वह 3 दिन के निर्धारित समय के भीतर पोर्टेबिलिटी अनुरोध को वापस ले सकता है नहीं तो कनेक्शन ऑटोमैटिक रूप से लक्षित यानी चुने गए वितरक को ट्रांसफर हो जाता है। इसलिए, ग्राहक डिस्ट्रीब्यूटरशिप पर आए बिना उसी बाजार में काम कर रही उसी कंपनी के किसी अन्य वितरक को ऑनलाइन पोर्टेबिलिटी का लाभ उठा सकता है। यह सुविधा बिल्कुल फ्री यानी मुफ्त है। मई 2021 में OMCs ने 55759 पोर्टेबिलिटी अनुरोधों को सफलतापूर्वक पूरा किया है।

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