मुंबई। मीडिया में अक्सर बिल गेट्स, उनकी पूर्व पत्नी मेलिंडा और वॉरेन बफे की दानवीरता की चर्चा होती रहती है। इसके चलते लोग भारतीय धनकुबेरों को कंजूस और हृदयहीन कहने लगते हैं। लेकिन, इस सबके उलट हुरुन रिपोर्ट और एडेलगिव फाउंडेशन की तरफ से तैयार शीर्ष 50 दानदाताओं की सूची में भारत के दिग्गज उद्योगपति जमशेदजी टाटा पिछली सदी में 102 अरब अमेरिकी डॉलर दान देकर दुनिया के सबसे बड़े परोपकारी के रूप में उभरे हैं।
नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाने वाले कारोबारी समूह टाटा के संस्थापक जमशेदजी टाटा परोपकार के मामले में बिल गेट्स और उनकी पूर्व पत्नी मेलिंडा जैसे दूसरे लोगों से काफी आगे हैं, जिन्होंने 74.6 अरब डॉलर दान किए हैं। इसके अलावा इस सूची में निवेशक वॉरेन बफे (37.4 अरब डॉलर), जॉर्ज सोरोस (34.8 अरब डॉलर) और जॉन डी रॉकफेलर (26.8 अरब डॉलर) के नाम शामिल हैं।
हुरुन अध्यक्ष और मुख्य शोधकर्ता रूपर्ट हुगवेर्फ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भले ही अमेरिकी और यूरोपीय लोग पिछली शताब्दी में परोपकार की सोच के लिहाज से हावी रहे हों लेकिन भारत के टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा दुनिया के सबसे बड़े परोपकारी व्यक्ति हैं।’’ इस सूची में एकमात्र अन्य भारतीय विप्रो के अजीम प्रेमजी हैं जिन्होंने परोपकारी कार्यों के लिए लगभग 22 अरब अमेरिकी डॉलर दिए हैं। सूची में 38 लोग अमेरिका से हैं। इसके बाद ब्रिटेन (5) और चीन (3) का स्थान है। कुल 37 शीर्ष दानदाताओं की मृत्यु हो चुकी है जबकि 13 जीवित हैं।