नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सोमवार को जम्मू-कश्मीर पर किए गए ऐतिहासिक फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर में सेना और वायुसेना को हाईअलर्ट पर रखा गया है। साथ ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के आठ हजार अतिरिक्त जवान तैनात करने का भी निर्देश दिया है।
सूत्रों के अनुसार, आठ हजार अतिरिक्त सुरक्षा बलों को उत्तर प्रदेश, असम, ओडिशा समेत अन्य भागों से जम्मू-कश्मीर भेजने का फैसला किया गया है। इन्हें विमान के जरिये जम्मू-कश्मीर ले जाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है जबकि कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। घाटी में इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ ही जम्मू और श्रीनगर में धारा 144 लगा दी गई है।
कश्मीर में हर तरफ सुरक्षाबलों और सेना के जवान नजर आ रहे हैं। होटल तथा डलझील में शिकारे और हाउस बहोट खाली हैं। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। दूसरी ओर लद्दाख में जन-जीवन बिल्कुल सामान्य है। स्कूल कॉलेज एवं अन्य शैक्षणिक संस्थान सामान्य दिनों की तरह खुले रहे। लद्दाख में लेह समेत किसी भी स्थान पर धारा 144 नहीं लगाई गई है।
जम्मू-क्शमीर को राज्यपाल ने मुख्य सचिव को राज्य में सभी स्थानों पर पर नजर रखते हुए हर घंटे रिपोर्ट देने के लिए कहा है। चूंकि मोबाइल सेवाएं बाधित हैं इसलिए अधिकारियों को संपर्क के लिए सेटेलाइट फोन दिए गए हैं।