नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 35A हटाए जाने और धारा 370 हटाने का संकल्प राज्यसभा में पेश किए जाने का आप, शिवसेना, अकाली दल, सपा, बसपा, अन्नाद्रमुक, बीजद और वाईएसआर कांग्रेस ने स्वागत किया है। दूसरी ओर कांग्रेस, टीएमसी और पीडीपी ने राज्यसभा में इसका विरोध किया।
बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने सोमवार को राज्यसभा में कहा, “हमारी पार्टी केंद्र सरकार को पूरा समर्थन देती है। हम चाहते हैं बिल पास हो। हमारी पार्टी धारा 370 या अन्य बिल के खिलाफ नहीं है।” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में केजरीवाल ने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर पर सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं। उम्मीद है कि सरकार के नए प्रस्ताव से राज्य में शांति बढ़ेगी और विकास को गति मिलेगी।”
शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि धारा 370 को हटाने का सरकार का फैसला दिवंगत बाल ठाकरे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को पूरा करता है। ठाकरे ने मुंबई मे अपने आवास पर पत्रकारों से कहा, “मुझे खुशी है कि यह बड़ा सपना साकार हो गया। आज हमारा देश पूरी तरह से स्वतंत्र हो गया।“
धारा 370 को लेकर बिल पेश किए जाने पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया काफी तीखी रही। राज्यसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, “हम हिन्दुस्तान के संविधान के साथ खड़े हैं और इस संविधान की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा देंगे लेकिन, भाजपा ने आज संविधान की हत्या की है।“