इस्लामाबाद। अपनी हरकतों की वजह से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी व अपने देश की कई बार जगहंसाई करा चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को अपने देश में ही ऐसी हरकत की कि विपक्ष के निशाने पर आ गए। जम्मू-कश्मीर को लेकर ताजा हालात पर बुलाई गई संसद के दोनों सदनों की आपात बैठक में वह खुद ही नहीं आये। इस पर हंगामा खड़ा हो गया। स्पीकर जब तक उठकर अपने कक्ष में नहीं चले गए, हंगामा खत्म नहीं हुआ। अब विपक्ष के नेताओं ने स्पीकर को एक पत्र लिखकर इमरान खान को सदन में हाजिर करवाने की अपील की है।
विपक्षी पार्टियों ने इमरान खान को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने एक ट्वीट में कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता की बात करके इमरान खान को मूर्ख बनाया और वह यह अनुमान नहीं लगा पाए कि भारत क्या योजना बना रहा है।“ उधर, इमरान खान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी ने गीदड़भभकी देते हुए कहा, “संसद में बेकार के विषयों पर उलझने के बजाय हमें भारत का जवाब खून, आंसू और पसीने से देना होगा। हमें जंग के लिए तैयार रहना होगा।”
धारा 370 पर भारत के कदम के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा को अब पाकिस्तान अधिकृत कशमीर की चिंता सताने लगी है। सोमवार को भारत की संसद में जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने का संकल्प पेश किया गया। इस पर बाजवा ने तुरंत कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए कमांडरों की मीटिंग कॉल कर दी। उन्होंने कॉर्प्स कमांडरों के साथ मंगलवार को लंबी बैठक की। जियो न्यूज के अनुसार, कॉर्प्स कमांडरों की बैठक का एजेंडा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने के भारत के कदम और नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात तथा कश्मीर में उसके असर का विश्लेषण करना था।