Mahika Bansal

बरेली। उदीयमान कवयित्री महिका बंसल के पहले काव्य संग्रह “डीप शैलोज” का विमोचन एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में किया गया। महिका के 16वें जन्मदिन पर आयोजित इस कार्यक्रम में उसके माता-पिता, दादी और नानी के साथ ही मित्र, शुभचिंतक और साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।

महिका बंसल ने बताया कि उसे कविताएं लिखने की प्रेरणा अपनी नानी से मिली। उसने अपनी पहली हिंदी कविता 10 वर्ष की उम्र में लिखी थी। उसकी कई कविताएं अखबारों एवं पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। महिका ने बताया कि उसे गिटार बजाने, तैराकी आदि का भी शौक है। उसका लिखा एक गीत यू-ट्यूब पर युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है। “डीप शैलोज” किताबों की दुकानों के साथ ही अमेजॉन एवं फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है। इसका ई- बुक एडिशन किंडल एवं गूगल पर उपलब्ध है।

मूल रूप से बरेली की रहने वाली महिका के पिता आकाश बंसल और मां रति बंसल दोनों आईटी सेक्टर में काम करते हैं। माता पिता को पूरा श्रेय देते हुए महिका ने बताया कि उसको तराशने में उसके माता-पिता के साथ-साथ दादी और नानी का विशेष योगदान है।

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