बरेली। मान्यता प्राप्त स्कूलों के संगठन बेसिक शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश ने बेसिक शिक्षा अधिकारी बरेली को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में 1 सितंबर तक मांगें नहीं माने जाने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चन्द्र सक्सेना के नेतृत्व में गुरुवार को यह ज्ञापन सौंपा गया।
समिति की मुख्य मांगें हैं कि कक्षा 8 तक पठन-पाठन की अनुमति दी जाये, काले शासनादेश दिनांक 11-01-19 की शर्तों की पूर्ति से मान्यता प्राप्त स्कूलों को मुक्त किया जाये, शिक्षा के अधिकार के अन्तर्गत स्कूलों को सालों से रुकी शुल्क प्रतिपूर्ति का अधावधि भुगतान हो, नई शिक्षा नीति में बच्चों की पढ़ाई नर्सरी से शुरू होगी अतः कक्षा एक से मान्यता प्राप्त स्कूलों की मान्यता कक्षा नर्सरी से की जाये तथा कोरोना महामारी के कारण बन्द स्कूलों का बिजली बिल माफ हो।
ज्ञापन में कहा गय़ा है कि यदि किसी स्कूल, स्कूल संचालक, शिक्षक या शिक्षणेत्तर कर्मचारी के विरुद्ध किसी बैंक, वित्तीय संस्थान ने जिलाधिकारी को वसूली पत्र भेजा हो तो उसकी वसूली पर स्कूल खुलने के 6 माह बाद तक रोक लगे। इसी प्रकार स्कूलों के वाहन, भवन आदि ऋणों की किस्तें भी बिना व्याज के उक्त समयावधि के लिए स्थगित की जाएं।
समिति ने स्कूल बन्दी के दौरान स्कूल वाहन और भवन का व्यावसायिक उपयोग करने की भी छूट चाही है। समिति का कहना है कि स्कूलों से स्थानीय निकाय सम्पत्ति कर न वसूलें और गैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों पर सूचना का अधिकार न थोपा जाये। समिति का कहना है कि ऐसे स्कूल जिनको मार्च 2020 से अभिभावकों से कोई शुल्क नहीं मिल रहा है, उनके संचालक, शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी छोटा मोटा काम कर बमुश्किल दो समय की रोटी का इंतजाम कर पा रहें हैं। अतः सरकार इन्हें एकमुश्त गुजारा भत्ता दे। कोरोना से किसी स्कूल परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो गई हो तो उसके आश्रित को 10 लाख रुपयेकी सहायता दी जाए। संगठन सदस्य स्कूल पहले से ही कोरोना से मृत लोगों के आश्रितों को कक्षा 8 तक निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं।
ज्ञापन देने वालों में सुरेश कुमार यादव, ड़ॉ क़दीर अहमद, अभय सिंह भटनागर, छत्र पाल गंगवार, पंकज कुमार सक्सेना, अरविंद गौड़, अभिषेक द्विवेदी, नरेश गंगवार, संजय पॉल, रिंकेश सौरखिया, प्रदीप कुमार गुप्ता, केके शर्मा, प्रज्ञा सक्सेना, नवीन कुमार, डॉ अनुराग सक्सेना, नीरज रस्तोगी, ओमकार सिंह यदुवंशी, वसीम अकरम, डॉ कासिम ऐड आदि शामिल थे।