नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 35ए खत्म होने व पुनर्गठन विधेयक संसद में पारित होने का असर उद्योग-व्यापार क्षेत्र में दिखने लगा है। एशिया की सबसे बड़ी हेलमेट निर्माता कंपनी स्टीलबर्ड हाई-टेक इंडिया ने जम्मू-कश्मीर में एक विनिर्माण प्लांट लगाने की पेशकश की है। भारत सरकार ने जैसे ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 35A और धारा 370 को खत्म किया, वैसे ही कंपनी ने जम्मू-कश्मीर में अपना विनिर्माण प्लांट लगाने की पेशकश कर दी।
स्टीलबर्ड ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए एक बयान में कहा कि ऐसा करने से कश्मीर घाटी को एक नई औद्योगिक क्रांति और नागरिकों के लिए रोजगार में मदद मिलेगी। स्टीलबर्ड हेलिकेट्स के चेयरमैन सुभाष कपूर ने कहा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा धारा 370 को खत्म करना एक बहुप्रतीक्षित कदम है। यह शानदार कदम यह सुनिश्चित करता है कि कश्मीर घाटी भारतीय मुख्यधारा में प्रवेश करे और हमारे देश के सामूहिक विकास का हिस्सा बने।” उन्होंने यह भी कहा कि अब तक जम्मू-कश्मीर में अधिकांश विनिर्माण गतिविधि कृषि और हस्तशिल्प में राज्य के अंदर तक ही सीमित थी।
सुभाष कपूर ने बताया कि वह अक्टूबर में आगामी निवेशक शिखर सम्मेलन के अनुसार विनिर्माण सुविधा के साथ आने की योजना बना रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि ये फैसले घाटी में समान नियमों के तहत व्यवसायों को स्वतंत्र रूप से संचालित करने की अनुमति देंगे स्टीलबर्ड ने पहले ही हिमाचल प्रदेश के बद्दी में विनिर्माण प्लांट में 150 करोड़ रुपये का निवेश किया है और अब वह उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 44,500 हेलमेट प्रतिदिन करने की योजना बना रहा है। बयान में कहा गया है कि कंपनी कश्मीर घाटी में भी सफलता की कहानी को दोहराने का इरादा रखती है।