गोरखपुर। उत्तर प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर में बनेगा। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने शनिवार को भटहट के पिपरी में इसकी नींव रखी। 56 एकड़ जमीन पर 300 करोड़ रुपये की लागत से यह विश्वविद्यालय 36 महीने में तैयार हो जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, उनकी पत्नी सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिवादन किया। आयुष मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की रुचि शुरू से ही आयुष में रही है। कोरोना से लड़ने में इसका इस्तेमाल कर उन्होंने इसको प्रमाणिकता दी। आयुष शिक्षा पद्धति की सभी परेशानियां अब दूर होंगी और उत्तर प्रदेश को नई पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हम सब का सौभाग्य है कि भारत की चिकित्सा पद्धति को नरेंद्र मोदी ने जो पहचान दी उसका लोहा पूरी दुनिया मान रही है।
इसके पहले गोरखपुर एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदी बेेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। पिपरी स्थित आयुष विवि के शिलान्यास स्थल पहंंचते ही भूमि पूजन शुरू हो गया।