नई दिल्ली। निशानेबाज अवनि लेखरा भारत में खेलों की नई लीजेंड हैं। टोक्यो पैरालंपिक में शुक्रवार को उन्होंने इतिहास रच दिया। 50 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीतने के साथ ही वही किसी भी ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गईं। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। अवनि के अलावा शुक्रवार को प्रवीण कुमार ने भी देश को पदक दिलाया। उन्होंने ऊंची कूद में नए एशियाई रिकॉर्ड के साथ रजत पदक जीता। ये मेडल उन्हें टी-64 कैटेगिरी की ऊंची कूद में मिला।
बैडमिंटन के मिक्स्ड डबल्स में पलक कोहली ओर प्रमोद भगत सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। तीरंदाजी में पुरुषों के रिकर्व ओपन एलिमिनेशन में भारत के तीरंदाज हरविंदर सिंह अगले दौर में पहुंच गए हैं। बैडमिंटन में पुरुष सिंगल्स के एसएल-4 मुकाबले में सुहास एल यथिराज भी अगले दौर में पहुंच गए हैं। वहीं प्राची कैनो स्प्रिंट की महिला सिंगल्स के 200 मीटर वीएल-2 स्पर्धा में मेडल से चूक गई हैं।
एक पैरालिंपिक में 2 जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनी अवनि
टोक्यो पैरालिंपिक में देश के लिए पहला स्वर्ण जीतने वाली जयपुर की अवनि ने 50 मीटर एयर राइफल में कांसा जीता। वह एक ओलिंपिक या पैरालिंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं। देवेंद्र झाझरिया पैरालिंपिक में कुल मिलाकर तीन मेडल जीत चुके हैं, वहीं ओलिंपिक में कुश्ती में सुशील कुमार और बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने दो-दो मेडल जीते हैं। सुशील और सिंदु ने ये पदक अलग-अलग ओलंपिक में जीते हैं।
बचपन से प्रवीण का एक पैर छोटा
सामान्य व्यक्ति की तुलना में प्रवीण का एक पैर छोटा है, लेकिन उन्होंने अपनी इसी कमजोरी को ताकत बनाया और अलग-अलग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हुए पैरालिंपिक के मंच तक पहुंचे। प्रवीण एक इंटरव्यू में बता चुके हैं कि वह स्कूल में वॉलीबॉल खेलते थे और उनकी जंप अच्छी थी। एक बार उन्होंने हाईजंप में भाग लिया और उसके बाद एथलेटिक्स कोच सत्यपाल के सुझाव पर वे जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में अभ्यास करने लगे।
प्रवीण ने 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी जीता था पदक
प्रवीण ने जुलाई 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। इसी साल नवंबर में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में वो चौथे स्थान पर रहे थे। उन्होंने वर्ल्ड ग्रां प्री में गोल्ड जीता और हाई जंप में 2.05 मीटर का एशिया का रिकॉर्ड बनाया था।