बरेली। भाजपा विधायक डॉ अरुण कुमार ने कहा है कि शिक्षक छात्र-छात्राओं को सही और गलत का फर्क बताकर उनके चरित्र का निर्माण भी करते हैं। वह शनिवार को शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर प्रेम सुरेश फ़ाउंडेशन बरेली द्वारा सुरेश शर्मा नगर स्थित फ़ाउंडेशन सभागार में आयोजित राष्ट्र निर्माता सम्मान कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्वलन व डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन तथा स्वर्गीय प्रेम प्रकाश शर्मा और स्वर्गीय सुरेश चंद्र शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अरुण कुमार ने कहा कि माता-पिता हमें जन्म देते हैं, जबकि शिक्षक सही मार्गदर्शन के साथ हमारे भविष्य को उज्ज्वल बनाते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि शिक्षकों का स्थान हमारे माता-पिता से भी ऊपर होता है। शिक्षा के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जिस प्रकार हमारे शरीर को भोजन की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार हमें जीवन में आगे बढ़ने और ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए शिक्षा की जरुरत होती है। सभी छात्रों को निस्वार्थ भाव से एक शिक्षक ही शिक्षा प्रदान कर सकता है।
फाउंडेशन के संस्थापक साकेत सुधांशु शर्मा ने कहा कि शिक्षक वह दीपक है जो हमारे अंदर ज्ञान का उजाला भरते हैं। फ़ाउंडेशन की सहसंस्थापक अंजलि शर्मा ने कहा कि शिक्षक ज्ञान के स्रोत हैं। वे हमारे विचारों को आकार देते हैं। वह हमें बेहतर इंसान बनना और समाज को वापस देना सिखाते हैं।
सम्मानित होने वाले शिक्षकों में प्रमुख रूप से प्रधानाचार्य उषा शर्मा व सर्वेश कुमार, पंकज कुमार, मोहन स्वरूप गंगवार, सौरभ शर्मा, प्रदीप कुमार गंगवार, संदीप कुमार मिश्रा, श्रीमती चित्रा सक्सेना, नीता शर्मा, पल्लवी मिश्रा, वैशाली शर्मा, ख़ुशबू गुप्ता, राशि यादव, ज्योति पाठक, राजकुमार, मोनी बाबू आदि शामिल थे। सभी शिक्षकों को मुख्य अतिथि डॉ अरुण कुमार द्वारा सम्मानित किया गया ।