नई दिल्ली। वायनाड से सांसद व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने एक ट्वीट को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। ट्वीट करके कहा, “डटा है, निडर है, इधर है… भारत भाग्य विधाता!” इस ट्वीट में वह एक गलती कर बैठे। दरअसल, उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों की जो तस्वीर इस ट्वीट के साथ लगाई, वह इसी साल 5 फरवरी की है, जबकि उनके ट्वीट से लग रहा है कि वह मुजफ्फरनगर में रविवार, 05 सितम्बर 2021 को हुई महापंचायत का जिक्र कर रहे हैं। गौरतलब है कि राहुल गंधी पहले भी ऐसी तथ्यातंमक त्रुटियां कर चुके हैं। राफेल मामले में तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट से माफी तक मांगनी पड़ी थी।
राहुल गांधी के इस ट्वीट को लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उन पर पलटवार किया। मालवीय ने दावा किया कि जो तस्वीर राहुल ने शेयर की है, वह काफी पुरानी है और द ट्रिब्यून में 05 फरवरी 2021 को छपी थी। उन्होंने लिखा कि राहुल को किसान महापंचायत के लिए पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, यह बताता है कि किसान आंदोलन के नाम पर फैलाया गया प्रोपेगेंडा काम नहीं कर रहा है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी संवाददाता सम्मेलन करके इस मामले को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल जमीन पर उतरकर राजनीति नहीं करते हैं लेकिन ट्विटर पर सक्रिय रूप से भ्रम की राजनीति करते रहते हैं। उन्होंने ट्वीट करके किसान आंदोलन के एक पुराने फोटो को आज का फोटो दिखाने की कोशिश की है।
संबित पात्रा ने कहा, “अपने संगठन को आगे नहीं बढ़ाना, अपने संगठन को अध्यक्ष विहीन रखना, परिश्रम नहीं करना और दूसरे के कंधों पर बंदूक रखकर चलाने का प्रयास करना राहुल गांधी की आदत बन चुकी है। देश में जब भी भ्रम की, झूठ की राजनीति होती है, तो राहुल गांधी का हाथ होता ही है।”
अपने राज्यों के विषय में चुप रहते हैं राहुल : संबित पात्रा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “आज ही राजस्थान के जालौर जिले में एक नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना भी सामने आई है। पूरे भारत में भ्रम की राजनीति करना और अपने राज्यों के विषय में चुप रहना राहुल गांधी की खूबी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता और परिवार के लोग खुद जातिवाद और वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ अब एफाआईआर तक की नौबत आ रही है। राहुल गांधी ये सब नहीं देखते हैं।”