लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अस्तित्व के संकट से जूझ रही कांग्रेस अब यात्रा के जरिये सत्ता की राह तलाशेगी। इस यात्रा को नाम दिया गया है, “कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा-हम वचन निभाएंगे”। यह प्रतिज्ञा यात्रा 20 सितंबर से निकाली जाएगी। प्रदेश के 40 से 44 जिलों से गुजरने वाली यह यात्रा 12 हजार किमी की होगी। कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी की मौजूदगी में रणनीति एवं सलाहकार कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पहले शुक्रवार को चुनाव समन्वय समिति की बैठक में 40 नामों की पहली सूची पर सहमति बन गई। चुनाव समिति की अगली बैठक 05 अक्टूबर को होगी।
शुक्रवार को सुबह 11 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंची प्रियंका रात लगभग 11 बजे तक वहां रहीं। इन 12 घंटों के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर कई बैठकें हुईं। प्रियंका ने रणनीति कमेटी, चुनाव समन्वय कमेटी, सलाहकार कमेटी आदि के कामकाज की जोनवार समीक्षा की। इनके जरिये यह संदेश देने का प्रयास हुआ कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस आक्रामक तरीके से चुनाव लड़ेगी।
चार अलग-अलग जगहों से निकलेगी यात्रा
प्रतिज्ञा यात्रा चार अलग-अलग जगहों से निकाली जाएगी और बड़े शहरों, कस्बों और गांवो से होकर गुजरेगी। 20 सितंबर से पांच अक्टूबर के बीच ये यात्राएं निकाली जाएंगी। इस दौरान जनता को भाजपा के घोषणा पत्र के अपूर्ण वादों, महंगाई, भ्रष्टाचार, अपराध, महिला हिंसा, बेरोजगारी आदि पर सरकार को घेरा जाएगा। कांग्रेस की नीतियों से भी जनता को परिचित कराया जाएगा और एक बेहतर विकल्प के रूप में पेश किया जाएगा।
चुनाव से चार महीने पहले घोषित हो जाएंगे नाम
चुनाव समन्वय समिति की बैठक में पहली सूची के लगभग 40 नामों पर सहमति बन गई। प्रदेश के नेताओं ने प्रियंका गंधी अनुरोध किया कि पहले चरण के जो 40-50 प्रत्याशी तय हैं उनके नामों की जल्दी घोषणा कर दी जाए, तभी कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ पाएगी। बाकी प्रत्याशियों पर भी जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया गया।
बैठक में सुझाव आया कि ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाए और आवेदन शुल्क समेत मांगे जाए ताकि गंभीर प्रत्याशी ही सामने आएं। बाहरी नेताओं को टिकट देने से परहेज किया जाए क्योंकि वे हारने के बाद पार्टी छोड़ जाते हैं। हालंकि बैठक में विधानसभा चुनाव से चार महीने पहले ही प्रत्याशियों की सूची जारी करने पर भी सहमति बनी।