हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 6 साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या का आरोपी पल्लाकोंडा राजू रेल ट्रैक पर मृत पाया गया। राज्य के पुलिस महानिदेशक ने उसके शरीर पर मिले टैटू के निशान और अन्य पहचान चिन्हों से उसके आरोपी होने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि प्रदेश में बच्ची के साथ जघन्य अपराध को लेकर उबाल था। बच्ची के साथ बलात्कार और फिर हत्या किए जाने का यह जघन्य वारदात सैदाबाद इलाके में बीते सप्ताह हुई थी।
बलात्कार-हत्या के आरोपी का शव मिलने के साथ ही हैदराबाद पुलिस और सरकार पर विपक्ष सवाल उठा रहा है क्योंकि 02 दिन पहले ही राज्य के श्रम मंत्री मल्ला रेड्डी ने कहा था कि हम आरोपी को एनकाउंटर में मार देंगे।
तेलंगाना पुलिस के डीजीपी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में जानकारी देते हुए बताया गया है, “बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या का आरोपी रेल ट्रैक पर मृत पाया गया। यह जगह घानपुर पुलिस स्टेशन के दायरे में आती है। मृतक के शरीर पर मिले निशान से पहचान की पुष्टि हुई है।” पटरी पर बीच में पड़े क्षत-विक्षत शव की तस्वीरें भी साझा की गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हैदराबाद पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने आरोपी के आत्महत्या करने की आशंका जाहिर की है। उन्होंने हाथ पर नाम, टैटू, बालों के स्टाइल से पहचान करने की बात कही है। हालांकि यह भी कहा है कि फिंगरप्रिंट जांच से ही पुष्टि हो सकेगी। वारदात के बाद से आरोपी फरार था और उसका सुराग देने पर पुलिस ने 10 लाख रुपये का इनाम भी रखा था।
पड़ोसी पर ही था आरोप
यह जघन्य वारदात बीते 9 सितंबर को हुई थी। बच्ची का शव एक बंद घर में मिला था। इस मामले में पड़ोस में रहने वाला पी राजू आरोपी था। तेलंगाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए 15 टीमें बनाई थीं। इन टीमों को महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में भेजा गया था। पुलिस ने इस आरोपी के बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 10 लाख का इनाम देने का ऐलान भी किया था।
दो दिन पहले ही तेलंगाना के मंत्री चामाकुरा मल्ल रेड्डी ने बच्ची के साथ बल्ताकार और फिर हत्या करने के आरोपी के एनकाउंटर किए जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि आरोपी को पकड़कर गोली मार देंगे।
दिशा गैंगरेप के आरोपियों का हुआ था एनकाउंटर
तेलंगाना में 27 नवंबर 2019 को अस्पताल से घर लौट रही वेटरनरी डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। दिशा गैंगरेप के नाम से चर्चित हुए इस मामले में दुष्कर्म के बाद डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी और दुष्कर्मियों ने शव को जला दिया था। इस मामले में आरोपी चार लॉरी ड्राइवरों और क्लीनरों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। एनकाउंटर शादनगर स्थित चतनपल्ली में वहीं हुआ था, जहां दुष्कर्मियों ने डॉक्टर की लाश को जला दिया था। सुबह जैसे ही यह खबर फैली, सड़क से लेकर संसद और सोशल मीडिया तक लोगों ने पुलिस की तारीफ की थी, लेकिन पुलिस के तरीके पर भी सवाल उठने लगे।