नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के विवादित प्रावधानों एवं
अनुच्छेद 35ए को खत्म किए के मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन नहीं मिलने
के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और सेना जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिशों
में जुट गए हैं। वे युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। पाकिस्तान ने लद्दाख के नजदीक गिलगित-बाल्टिस्तान स्थित स्कर्दू हवाई अड्डे पर
अपने जेएफ-17 युद्ध विमानों को तैनात कर दिया है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर
और राजस्थान से लगी सीमा पर भारी तोपें तैनात किए जाने की भी खबर है। भारतीय
खुफिया एजेंसियां इन गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना ने पाकिस्तान की ओर से कोई भी नापाक हरकत
होने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना लद्दाख के नजदीक स्थित अपने
अग्रिम चौकियों पर भारी हथियार और सैन्य साजो-सामान को एकत्रित कर रही है। शनिवार
को पाकिस्तानी वायुसेना के तीन सी-130 हरक्यूलस परिवहन विमानों ने
सैन्य साजो-सामान को लद्दाख के नजदीक गिलगित बाल्टिस्तान में स्थित स्कर्दू हवाई
अड्डे पर पहुंचाया। पाकिस्तान ने अग्रिम मोर्चे
पर जिन सैन्य साजो-सामानों को पहुंचाया है उसमें से अधिकतर का इस्तामाल युद्ध के
दौरान लड़ाकू विमानों की सहायता के लिए किया जाता है।
नापाक पड़ेसी ने खाली कराए अपने बंदरगाह
सैटेलाइट
तस्वीरों से पता चला है कि पाकिस्तान ने कराची, ओरमारा और ग्वादर नौसैनिक बंदरगाहों को खाली करवा दिया है। विशेषज्ञ इसे किसी
गड़बड़ी से जोड़कर देख रहे हैं। सैटेलाइट तस्वीरें ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस से भेजी
गई हैं। जिन्हें @detresfa
नाम के यूजर ने
अपने अकाउंट से साझा किया है। तस्वीर के अनुसार ओरमारा बंदरगाह में मौजूद
जिन्ना नेवी बेस और ग्वादर बंदरगाह पूरी तरह से खाली करवा दिए गए हैं। कराची के
नौसेनिक डॉक पर केवल तीन जहाज खड़े हैं जबकि धारा 370 हटने से पहले की सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहा था कि यहां पर बड़ी संख्या में
जहाज खड़े थे।
चार अगस्त की एक
सैटेलाइट तस्वीर में रावलपिंडी के चकलाला का नूर खान वायुसेना बेस कैंप पूरी तरह
से खाली दिख रहा है जबकि 19
जून को ली गई
यहां की तस्वीर में सबकुछ सामान्य दिखाई दे रहा है। पांच अगस्त के बाद से पाकिस्तान
अधिकृत कश्मीर में वीआईपी उड़ानों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। बीते पिछले चार
दिनों में यहां चार फ्लाइट्स आ चुकी हैं। एक सैटेलाइट तस्वीर में एक वीवीआईपी
गल्फस्ट्रीम विमान पीओके की तरफ नजर आ रहा है।
जवाबी कार्रवाई के लिए भारत तैयार
पाकिस्तान की ओर किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से तैयार हैं। भारत की खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान की हर हरकत पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं। सीमा पर सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है। सेना, वायुसेना और नौसेना अपनी ताकत में लगातार इजाफा कर रही हैं। इस बाबत रक्षा खरीदारियों में भी तेजी देखी जा रही है।
पाकिस्तान के पास है C-130 का पुराना मॉडल
पाकिस्तानी वायुसेना लंबे समय से अमेरिकी C-130 हरक्यूलिस परिवहन विमान के एक पुराने मॉडल का इस्तेमाल कर रही है। पाकिस्तान के एक सैन्य शासक जनरल जिया उल हक की मौत भी सी-130 विमान हादसे में हुई थी, जब उनका सी-130 विमान अगस्त 1988 में विस्फोट की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
स्कर्दू पाकिस्तान वायु सेना का एक फॉरवर्ड बेस है और इसका उपयोग वह भारत के साथ सीमा पर अपनी सेना के अभियानों का समर्थन करने के लिए करता है। दरअसल, पाकिस्तान जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के भारत के फैसले से एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है।