इस्लामाबाद। सुरक्षा कारणों के चलते न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा मैच शुरू होने से ठीक पहले रद्द किए जाने के बाद हमारे इस पड़ोसी के यहां अब भी बदहवासी का माहौल है।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से लेकर मंत्री-संतरी तक सभी पानी पी-पीकर न्यूजीलैंड को कोस रहे हैं। पीसीबी के नये-नवेले मुखिया रमीज राजा के लिए तो यह “सिर मुंडाते ही ओले पड़ना” जैसी स्थिति है। रमीज राजा ने पहले “बदला लेने” की बात कही और फिर “भारत सहित अब हमारे तीन दुश्मन” का जुमला फेंका। कंगाल पीसीबी के मुखिया राजा का असली दर्द अब फफोले बन कर फूटा है- न्यूजीलैंड ने मैच एक नहीं खेल, 27 लाख का बिरयानी का बिल अलग से…।
पाकिस्तानी मीडिया से आई ताजा रिपोर्ट बताती है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम की सुरक्षा में लगी रही टीम के खाने-पीने पर 27 लाख रुपये का बिल आया है। एक न्यूज चैनल के अनुसार इस्लामाबाद के एक होटल में 8 दिन तक ठहरी कीवी टीम की सुरक्षा में लगभग 500 पुलिसकर्मी लगे थे। उनके लिए दिन में दो बार बिरयानी आती थी। 8 दिन का बिल 27 लाख रुपये आया है। दोनों टीमों के रावलपिंडी में पहला वनडे शुरू होता, उससे पहले ही सुरक्षा कारणों से न्यूजीलैंड ने दौरा रद्द कर दिया।
पीसीबी के लिए कंगाली में आटा गीला!
दौरे रद्द होने से पीसीबी को तगड़ा नुकसान होने वाला है। बिरयानी के लिए 27 लाख रुपये का बिल तो शुरुआत भर है, कीवी टीम की सुरक्षा में फ्रंटियर कॉन्सटेबुलरी के जवान भी लगे थे। अभी उनके ऊपर हुए खर्च का बिल नहीं आया है। रिपोर्ट के अनुसार, जब बिल पास होने के लिए वित्त विभाग के पास पहुंचा तो उसे रोक लिया गया।
इमरान के मंत्री भारत पर लगा रहे आरोप
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने बुधवार को दावा किया कि न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को धमकी भरा ईमेल मुंबई से भेजा गया था। चौधरी ने एक भारतीय पत्रकार पर भी आरोप लगाए। चौधरी ने दावा किया कि उस ईमेल आईडी को भारत में बनाया गया था और सिंगापुर के आईपी एड्रेस के जरिए भेजा गया। फवाद चौधरी ने कहा कि भारत में ईमेल आईडी को जिस डिवाइस से बनाया गया था, उससे 13 और ईमेल आईडी बनाए गए हैं।
रमीज राजा लगातार कर रहे बयानबाजी
रमीज राजा को पद संभालते ही ऐसी मुसीबत झेलनी पड़ी है। राजा ने क्रिकेट में ‘वेस्टर्न ब्लॉक’ के दबदबे को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “ऐसा लग रहा है हमारा प्रयोग करके हमें फेंक दिया गया है। न्यूजीलैंड के दौरा रद्द करने के बाद हमें इंग्लैंड से उम्मीद थी। आस थी कि वह पुरानी दोस्ती की लाज रखेगा। अपना टूर नहीं टालेगा, लेकिन हम गलत थे। ईसीबी के पास क्रिकेट बिरादरी के अन्य सदस्यों का आपदा में सहारा बनने का अवसर था, जिससे वे चूक गए।” उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप में इस अपमान का ‘बदला लेने’ की बात भी कही।