देहरादून : उत्तराखंड के लगभग सभी इलाकों में फिलहाल मौसम साफ है। चार धाम यात्रा मार्ग भी सुचारू हैं। वहीं, भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में नावली के पास बंद मार्ग बुधवार को 14 घंटे बाद खुल गया जिससे जाम में फंसे लोगों को राहत मिली। बुधवार दोपहर को बदरीनाथ धाम और यमुनोत्री धाम में अचानक मौसम ने करवट ली और सीधे बर्फबारी शुरू हो गई। विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने बर्फबारी का आनंद लिया।
कुमाऊं में 134 मार्ग अब भी बंद, टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे खुला
कुमाऊं में अब भी 134 सड़कें मलबे की वजह से बंद हैं। इनमें लोक निर्माण विभाग ने नैनीताल जिले में रामगढ़, धारी और भीमताल ब्लॉक के 16 ग्रामीण मार्गों को खोल दिया है, जबकि 29 ग्रामीण मार्ग अब भी बंद हैं। पिथौरागढ़ जिले में 24, चंपावत में 71, बागेश्वर में एक और अल्मोड़ा जिले में 9 सड़कें अब भी बंद है।18 अक्तूबर से बंद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) मंगलवार को नौवें दिन खुल गया जबकि,गणाईगंगोली में सेराघाट-बेड़ीनाग एनएच 16 घंटे बाद फिर से बंद हो गया है। ट्रक पर पहाड़ी से गिरे मलबे के कारण ट्रक मार्ग पर फंसने से एनएच फिर से बंद हो गया। इससे बेड़ीनाग, गणाईगंगोली समेत अन्य क्षेत्रों को जाने वाले 100 से अधिक वाहन वहां फंस गए।
दारमा घाटी में फंसे तीन साल के बच्चे की तबीयत खराब
दारमा घाटी के बॉलिंग ग्राम आज सुबह ही अचानक तीन वर्षीय बालक जयनेस बनग्याल की तबीयत खराब हो गयी है। उनके परिजनों ने वीसेट से सरकार और प्रशासन शीघ्र ही हेलीकॉप्टर भेजने की मांग करते हुए एक वीडियो भेजा है। दारमा घाटी में मंगलवार की शाम फिर से बर्फबारी हुई। इस वजह से बहुत ज्यादा ठंड पड़ रही है।
आपदा में मृतकों के परिजनों से मिले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी
कैबिनेट व जिला प्रभारी मंत्री गणेश जोशी उत्तरकाशी के पाटा, सिरोर और नाल्ड गांव पहुंचे। उन्होंने पाटा गांव निवासी मृतक आईटीबीपी के पोर्टर दिनेश चौहान, नाल्ड निवासी मृतक संजय सिंह और सिरोर निवासी मृतक राजेन्द्र सिंह के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। मंत्री ने दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और सरकार से परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इन सभी की पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण आई आपदा में मौत हो गई थी।
नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा, बलियानाले मामले में क्या कार्रवाई की
हाईकोर्ट ने नैनीताल के बलियानाले में हो रहे भूस्खलन मामले में राज्य सरकार से पूछा है कि 2018 में उसके निर्देशों पर बनायी गई हाईपावर कमेटी द्वारा दिए गए सुझावों पर अब तक क्या कारवाई की। इसकी विस्तृत रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाए। अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने दो सप्ताह बाद की तिथि नियत की है।
बुधवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान व न्यायमूर्ति एनएस धनिक की खंडपीठ में याचिकाकर्ता नैनीताल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सैयद नदीम मून के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई हुई। जिसमें कहा है कि नैनीताल का बलियानाले में बरसात के समय भारी भूस्खलन हो रहा है। इससे कि उसके आसपास रहने वाले लोग प्रभावित हो रहे है। भूस्खलन होने के कारण प्रशासन ने कुछ परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट भी किया है।