प्रकाश नौटियाल, देहरादून : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड का भला भाजपा ही कर सकती है। राज्य में एक बार फिर भाजपा ही सरकार बनाएगी। यह भाजपा का नैतिक दायित्व भी है। इस मौके पर उन्होंने राज्य सरकार का पांच साल का हिसाब भी दिया। बताया कि हमारी सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं में 85 हजार करोड़ का निवेश किया है। कांग्रेस भी हिसाब दे कि उसने अपने कार्यकाल में क्या किया?
अमित शाह शनिवार को यहां बन्नू स्कूल में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। यहां पार्टी के चुनाव अभियान का आगाज करने पहुंचे शाह ने कहा कि भाजपा के साथ और प्रधानमंत्री मोदी पर विश्वास कीजिए और पुष्कर सिंह धामी को मौका दीजिए। हम उत्तराखंड को बदल कर रख देंगे। कहा कि घर में मटका खरीदना होता है तो उस पर टकोरा (मटका कच्चा है या पक्का देखने के लिए) लगाते हैं। तो आप भी कौन सी सरकार चुननी यह टकोरा लगाकर देखना वरना ये (कांग्रेस) फिर से आरोपों की राजनीति करेंगे। काम कुछ नहीं करेंगे और भ्रष्टाचार की बयार आ जाएगी। इसलिए आने वाले समय में उत्तराखंड की जनता गलत फैसला न ले।
देवभूमि की जनता के अभिवादन के साथ अपना संबोधन शुरू करते हुए अमित शाह ने कहा कि वह अस्वस्थ होने के बाद भी देवभूमि की जनता को नमन करने आये हैं। अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड को बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे संवारने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री धामी भी काफी मेहनत कर रहे हैं। उत्तराखंड विकास की राह पर चल रहा है।
हरीश रावत को चुनौती, हमारे और अपने घोषणा पत्र पर कर लें खुली बहस
शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को खुली बहस की चुनौती दी। कहा, कांग्रेस ने अपनी सरकार के समय के घोषणा पत्र पर कितना काम किया है, इस पर किसी भी चौराहे पर चर्चा हो जाए। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किए गए लगभग 85 प्रतिशत वादों को पूरा किया है। अगले पांच साल में ये कार्य पूरे हो जाएंगे। लेकिनं कांग्रेस केवल प्रदर्शन करती है या फिर दिल्ली में राहुल गांधी की शरण में जाती है। संकट में कांग्रेस पार्टी कहां होती है। राज्य में आई बाढ़ और कोरोना संक्रमण के दौरान पार्टी नहीं दिखी। केवल चुनाव में ही दिखती है। कांग्रेस पर उन्होंने किसानों की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया।
पहाड़ की महिलाओं के लिए घसियारी कल्याण योजना लांच
इससे पूर्व अमित शाह ने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना को लान्च किया। इस योजना से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए पहाड़ पर विषम परिस्थितियों में कार्य करने वाली महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।
670 बहुद्देश्यीय सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेशन का उदघाटन
इससे पहले अमित शाह ने 670 बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के कंप्यूटराइजेश का उद्घाटन का उद्घाटन कर जनसभा को संबोधित करना शुरू किया। केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि पैक्स सोसाइटी के कंप्यूटरीकृत होने से सोसाइटी के सदस्यों को लाभ होगा। केंद्र सरकार भी अब यह कदम उठा रही है। हो सकता है के निकट भविष्य में देश के सभी राज्य उत्तराखंड के माडल को अपनाएं।
तीर्थयात्रियों में कोई हताहत नहीं हुआ : धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जैसे ही हमें पता चला कि राज्य में प्राकृतिक आपदा आ सकती है, हमने अस्थायी रूप से चार धाम यात्रा रोक दी। सभी तीर्थयात्रियों से राज्य में अपने-अपने स्थानों पर कुछ दिनों के लिए रुकने का अनुरोध किया गया था। तीर्थयात्रियों में कोई हताहत नहीं हुआ।
काले झंडे दिखा रहे कांग्रेसियों की पुलिस से तीखी झड़प, गिरफ्तार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के देहरादून आगमन पर युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। ये लोग प्रदेश में आई भीषण आपदा में केंद्र द्वारा किसी भी प्रकार का राहत पैकेज न देने, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी हई। इसके बाद प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
कांग्रेस का पलटवार, विकास कार्य कराए तो फिर मुख्यमंत्री क्यों बदले
अमितशाह की जनसभा के तत्काल बाद ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शाह और भाजपा पर हमला बोला। कहा कि अगर विकास कार्य कराए हैंतो बताएं, फिर एक साल में तीन मुख्यमंत्री क्यों बदले? प्रीतम ने कहा कि वर्ष 2017 के चुनाव में पीएम और शाह ने उत्तराखंड की जनता से तमाम वादे किए थे। शाह एक भी वादा बताएं जिसे पूरा किया गया हो? न किसानों को कर्ज माफ हुए, न बेरोजगारों को रोजगार मिला। डबल इंजन की सरकार बताते न थकते हैं पर वह डबल इंजन तो पूरे पांच साल तक कहीं दिखा ही नहीं। भाजपा ने प्रदेश को रोल बैक की सरकार दी है। हर फैसले को सरकार ने वापस लिया और समितियों के हवाले कर दिया। भाजपा ने नया विकास कार्य तो कोई नहीं किया लेकिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जनहित योजनाओं का जरूर बंद करने का काम किया। प्रदेश में प्राकृतिक आपदा आई और केंद्र सरकार ने सहायता के नाम पर एक फूटी कौड़ी तक नहीं दी है।