580 वर्ष बाद साल का अंतिम चंद्र ग्रहण शुक्रवार, 19 नवम्बर 2021 को लगेगा। इसी दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि भी है। भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण पूर्वाह्न 11:32 बजे शुरू कर शाम 05:33 बजे खत्म होगा। भारत में यह ग्रहण समाप्ति के दौरान आंशिक तौर पर देखा जा सकेगा। खण्डग्रास यानि आंशिक होने की वजह से इस ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा। यानि पूजा-पाठ संबंधित किसी भी तरह की पाबंदियां मान्य नहीं होंगी। इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगा था।
कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
भारत में यह चंद्र ग्रहण उपछाया के रूप में केवल अरुणाचल प्रदेश समेत कुछ पूर्वी सीमांत क्षेत्रों में ही दिखाई देगा। इसके अलावा अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा।
इन राशियों को रहना होगा सावधान
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह चंद्र ग्रहण वृष राशि और कृत्तिका नक्षत्र में लगेगा। इसलिए वृष राशि के जातकों को ग्रहणकाल के दौरान सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं. इसके अलावा सिंह, वृश्चिक राशि और मेष राशि के जातकों को भी इस ग्रहण के दौरान स्वास्थ को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इन राशियों के जातकों को कुछ आर्थिक हानि भी उठानी पड़ सकती है। इस ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह के निवेश से बचने की जरूरत है अन्यथा भारी नुकसान हो सकता है।
इन राशियों को होगा लाभ
यह चंद्र ग्रहण कुछ राशियों के लिए बहुत अच्छा फल लेकर भी आने वाला है। इस ग्रहण का सबसे अच्छा प्रभाव तुला, कुम्भ और मीन राशि वालों पर पड़ेगा। इन राशि के लोगों को उनके कार्यों में सफलता मिलेगी और करियर में आ रही बाधाएं दूर होंगी। व्यापार से जुड़े लोगों को भी लाभ होने की संभावना है।
राजेश कुमार शर्मा ज्योतिषाचार्य
श्री अवध विमल ज्योतिष संस्थान, बरेली