नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आतंकवाद के संरक्षण और समर्थन को लेकर पाकिस्तान पर परोक्ष हमला किया। इसके साथ ही उन्होंने धारा 370 और अनुच्छेद 34ए के विरोधियों पर भी तंज कसते हुए कहा कि यदि ये दोनों इतने ही जरूरी थे तो बहुमत की सरकार होते हुए भी उन्होंने इन दोनों के प्रवधानों की स्थायी क्यों नहीं किया।

प्रधानमंत्री मोदी 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराने के बाद लालकिले के प्रचीर से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे।

आतंकवाद का समर्थन करने वाले बेनकाब हों

नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर परोक्ष हमला किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में कई जगह आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में भारत मूकदर्शक नहीं बना रहेगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेगा। आतंकवाद को संरक्षण देने वालों और इसका समर्थन करने वालों को बेनकाब होना चाहिए। बांग्लादेश, अफगानिस्तान, श्रीलंका भी आतंकवाद से प्रभावित हैं। इस खतरे से लड़ने के लिए दुनिया के सभी देशों को एक साथ आने की जरूरत है।

धारा 370 पर विरोधियों पर प्रहार

मोदी ने कहा कि हर पार्टी में ऐसा व्यक्ति है जो धारा 370 के खिलाफ है। जो लोग धारा 370 को हटाए जाने के खिलाफ हैं उनसे देश के लोग पूछ रहे हैं कि यह इतनी ही जरूरी थी तो बीते 70 साल से आपने इसे अस्थायी क्यों बनाए रखा। आप इसे स्थायी बना देते लेकिन आपमें इतनी हिम्मत नहीं थी।

जो काम 70 साल में नहीं हुआ हमने 70 दिन में किया

धारा 370 खत्म किए जाने के फैसले पर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम समस्या को टालते नहीं हैं और पालते भी नहीं है। जो काम इस देश में 70 साल में नहीं हो पाया वह हमने 70 दिन में कर दिखाया। जम्मू-कश्मीर को लेकर 70 साल हर किसी ने कुछ ना कुछ किया लेकिन परिणाम कुछ नहीं आया। कशमीर घाटी के लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। वहां पर भ्रष्टाचार, अलगाववाद ने अपने पैर जमा लिए थे।

सरदार पटेल का सपना किया साकार

प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश के विकास में योगदान किया, हम उनको नमन करते हैं। दूसरे कार्यकाल में 10 हफ्ते के अंदर 370 और 35ए का हटाया जाना सरदार पटेल के सपनों को साकार करने की ओर एक कदम है।

मुस्लिम महिलाओं का डर खत्म किया

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में समाज के हर वर्ग का जिक्र किया। कहा, हम सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर चले थे लेकिन यह सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हो गया। तीन तलाक पर बोलते हुए कहा कि देश की मुस्लिम बहनें डरकर अपनी जिंदगी जी रही थीं। भले ही वे तीन तलाक की शिकार नहीं बनीं हों लेकिन उनके मन में हमेशा डर रहता था। तीन तलाक को इस्लामिक देशों ने खत्म कर दिया था तो हमने क्यों नहीं किया। अगर देश में दहेज, भ्रूण हत्या, सती प्रथा जैसी कुरीतियों के खिलाफ कानून बना सकते हैं तो तीन तलाक के खिलाफ क्यों नहीं।

भ्रष्टाचार मुक्त समाज की व्यवस्था लागू हो

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आजादी के 75 साल मनाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं तो हमें व्यवस्था में बदलाव लाने होंगे और समाज को भ्रष्टाचार मुक्त करना पड़ेगा। हमारे इस मिशन में जो रोड़ा बन रहे थे हमने उनकी छुट्टी कर दी और कहा कि आपका रास्ता अलग है। भाई-भतीजावाद एक दीमक की तरह है, अब इस बीमारी को भगाना होगा।

परिवार को छोटा रखना भी देशभक्ति

प्रधानमंत्री ने बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हमें इस विषय को लेकर आने वाली पीढ़ी के लिए सोचना होगा। सीमित परिवार से ना सिर्फ खुद का बल्कि देश का भी भला होने वाला है। परिवार छोटा रखना भी एक तरह की देशभक्ति है।

जल संरक्षण को लेकर बड़ा फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी भी 50 प्रतिशत लोगों के घरों में पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। लोगों को पीने के पानी के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हमारी सरकार अब हर घर में जल की ओर कदम बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान जल जीवन मिशन का ऐलान किया और कहा कि इस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके तहत जल संचय, समुद्री पानी का इस्तेमाल, वेस्ट वाटर का इस्तेमाल और कम पानी में खेती के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाई जाएगी। 


मोदी ने यह भी कहा

-आप दुनिया घूमने जाते हैं लेकिन अब तय करें कि 2022 से पहले अपने देश के 15 पर्यटन स्थलों पर जाएंगे। आप जब अपने देश में घूमेंगे तो दुनिया को खूबसूरती बता पाएंगे।

-“डिजिटल पेमेंट को हां नकद को ना”। प्रधानमंत्री ने लोगों से सवाल पूछा कि क्या हम इसे अपना आदर्श बना सकते हैं?

-क्या हम भारत को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त कर सकते हैं? इस विचार को लागू करने का समय अब आ गया ​​है।

-वन नेशन, वन इलेक्शन पर चर्चा होनी चाहिए, पूरे देश में एकसाथ चुनाव की बात होनी चाहिए।

आज दुनिया हमारे साथ व्यापार करने की इच्छा रखती है, इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए।

-2014 से 19 तक हम लोग 2 से 3 ट्रिलियन तक पहुंच गए। 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था कई लोगों को मुश्किल लग सकती है पर मैं मानता हूं कि चुनौती बड़ी है लेकिन बड़ा सोचेंगे नहीं तो देश कैसे चलेगा।

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