देहरादून: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को देहरादून में थे। उत्तराखण्ड से उन्होंने अपना रिश्ता कुर्बानियों से जोड़ा। कहा कि जिस व्यक्ति या परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी है, वही किसी और की कुर्बानी का दर्द समझ सकता है। इस उत्तराखण्ड ने देश के लिए सबसे ज्यादा खून दिया है। वह भी इस दर्द से गुजरे हैं तो उन परिवारों का दर्द समझ सकते हैं क्योंकि उनकी दादी और पिता ने भी देश के लिए शहादत दी है। वह उस दिन को कभी नहीं भूल सकते जब उनको स्कूल में बताया गया कि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। ऐसे ही बताया गया था कि आपके पापा शहीद हो गए।
राहुल गांधी यहां विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने सबसे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना-वायुसेना के जवानों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। 1971 के भारत-पाक युद्ध के पचास साल होने के उपलक्ष्य में आयेाजित विजय संकल्प रैली में राहुल ने कहा कि कृषि कानून, जीएसटी, नोटबंदी आदि सभी फैसले उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुचाने के लिए बनाए गए हैं। आम आदमी जब अपनी गाड़ी में पेट्रोल भराता है तो उस पर लगने वाला टैक्स सीधा पीएम के उद्योपति मित्रों की जेब में चला जाता है।
हेलीकाप्टर, जहाज से नहीं नागरिकों के मजबूत होने से बनता है देश समृद्ध
उन्होंने कहा कि ये मत सोचिए कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, तोप से देश मजबूत नहीं होता। देश मजबूत तब होता है, जब देश का नागरिक मजबूत होता है। जब देश में जनता बिना डरे बोल सके, तब मजबूत होता है। कहा कि, आज देश को बांटा जा रहा है। भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है। भाई भाई को डरा रहा है। वर्ष 1971 में हमने पाकिस्तान को इसलिए 13 दिन में हरा दिया था क्योंकि पूरा देश एक था। अमेरिका को 20 साल लग गए थे अफगानिस्तान में। जबकि, भारत ने एकता के बल पर पाक को चंद दिनों में पराजित कर उसक दो टुकड़े कर दिए थे।
हमारी सरकार बनने पर युवाओं को देंगे रोजगार के अवसर
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, पूरी सरकार दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। किसानों को कमजोर करने के लिए तीन कृषि कानून लाए गए थे। किसान एक साल तक डटे रहे जिसके बाद पीएम ने माफी मांगी और कानून को वापस लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आपकी जेब से पैसा निकालकर दो-तीन पूंजीपतियों का कर्ज माफ किया। जब तक दिल्ली में नरेंद्र मोदी की सरकार है तब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है। राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में हमारी सरकार बनने पर महंगाई को कम किया जाएगा और युवाओं को रोजगार देने के अवसर पैदा होंगे।
विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा का नाम तक न होने का अफसोस
उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि आज दिल्ली में विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का नाम तक नहीं है जबकि उस महिला ने देश के लिए 32 गोलियां खयीं। राहुल ने कहा कि सच्चाई से मोदी सरकार डरती है। आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। आपके लोग पलायन करते हैं। दूसरी मुश्किल महंगाई है। यह क्यों है? इंटरनेशनल मार्किट में तेल के दाम गिरते जा रहे हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स हिंदुस्तान में है। नरेंद्र मोदी ने 10 लाख करोड़ रुपए आपसे छीनकर करोड़पतियों का कर्ज माफ किया है। आपकी जेब से जो पैसा निकल रहा है, वह देश के चंद अरबपतियों की जेब में जा रहा है, क्योंकि वो नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग करते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि गंगा में कई लोगों ने स्नान किया लेकिन, ऐसा दिखाया जाता है कि एक ही व्यक्ति ने स्नान किया है। योगी जी, राजनाथ जी तक को इजाजत नहीं दी गई।
इससे पूर्व राहुल गांधी दोपहर एक बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का स्वागत सांसद प्रदीप टम्टा और अन्य पदाधिकारियों ने किया। यहां से वह हेलीकॉप्टर से रैली स्थल पहुंचे। रैली को पूर्व सीएम हरीश रावत, कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी संबोधित किया।
जनरल बिपिन रावत का कटआउट लगाया, पूर्व सैनिकों को भी मंच पर स्थान
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ सम्मान रैली में परेड ग्राउंड पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थक भी साथ रहे। राहुल की रैली में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का कटआउट भी प्रमुखता से लगाया गया था। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सभी सैनिकों, अधिकारियों और जनरल रावत की पत्नी को श्रद्धांजलि देते हुए होर्डिंग भी लगाया गया। पूर्व सैनिकों को भी मंच पर स्थान दिया गया। पार्टी नेताओं ने रैली में प्रदेशभर से करीब 50 हजार लोगों के शामिल होने का दावा किया है। रैली में दोपहर 12 बजे से भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। रैली में सैकड़ों बसें थीं जिन्हें रैली स्थल से 2-3 किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया था। वहां से कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए रैलीस्थल पर पहुंचे।
पूर्व और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान
बांग्लादेश निर्माण के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित होने वाली इस रैली में पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित किया गया।