बरेली : वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पवन का शुक्रवार को सिटी श्मशान भूमि में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़े पुत्र ऱाघव ने उन्हें मुखाग्नि दी। दिनेश पवन (69 वर्ष) का गुरुवार दोपहर नोएडा में हृदयगति रुकने से निधन हो गया था। वह वहां एक रिश्तेदार के यहां समारोह में शामिल होने गए थे। देर रात उनका पार्थिक शव बरेली पहुंचा।
दिनेश पवन पत्रकार होने के साथ ही ज्योतिषशास्त्र के भी अच्छे ज्ञाता थे। वह अपने पीछे पत्नी अलका शर्मा, पुत्र राघव, पुत्री डॉली, दामाद अमित तथा भाई बल्ले, प्रियंक का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। 04 अक्टूबर 1952 को पंडित श्रीकृष्ण शर्मा के घर जन्मे दिनेश पवन छात्र जीवन से ही कविताएं लिखने लगे थे। उनकी कविताएं स्कूल मैगजीन में छपती थीं। उन्होंने तिलक इंटर कॉलेज के बाद बरेली कॉलेज में शिक्षा ली। बाद में पत्रकारिता की शुरुआत दैनिक दिव्य प्रकाश से की। फिर दैनिक विश्व मानव में आ गए। इसके बाद उन्होंने लंबी पारी दैनिक जागरण बरेली में पूरी की जहाँ उन्होंने कई स्टोरी ब्रेक कीं। दैनिक जागरण से सेवानिवृत्त होने के बाद वह सांध्य दैनिक दो टूक में समाचार संपादक बने।
पवन जी की अंतिम यात्रा उनके शाहबाद स्थित निवास से शुक्रवार प्रातः शुरू हुई जिसमें बड़ी संख्या में पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीति से जुड़े लोगों के साथ ही उनके चाहने वाले शामिल हुए।
अंत्येष्टि संस्कार के समय पवन सक्सेना, निर्भय सकसेना, रमेश जैन, अखिलेश सक्सेना, संजीव द्विवेदी, भगवान दास, विवेक मिश्रा, उमेश शर्मा, पुत्तन सकसेना, गोविंद किशोर मिश्रा, वीरेंद्र अटल, अजय शर्मा, विशाल गुप्ता, राजेंद्र घिल्डियाल आदि मौजूद थे।