विधानसभा क्षेत्रों में महिला वोटर की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक
विष्णु देव चांडक, बदायूं। जिले में इस बार सभी छह विधानसभा सीटों पर महिला मतदाता निर्णायक भूमिका में रहेंगी। इन विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। खास यह कि किसी भी सीट पर महिला और पुरुष मतदाताओं की संख्या में एक हजार का भी अंतर नहीं है। जाहिर है, यहां मातृशक्ति हार-जीत में अहम भूमिका निभाएगी।
पिछली बार भी महिला वोटरों ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए पुरुषों के मुकाबले अधिक वोट डाले थे। महिलाओं का वोट फीसद पुरुषों से 1.99 अधिक रहा था। 6०.48 फीसद आधी आबादी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है। जल्द ही राजनीतिक पार्टियां मैदान में अपने प्रत्याशी उतार देंगी। इस विधानसभा चुनाव में युवा मतदाता और आधी आबादी अहम भूमिका में नजर आएंगे। संभावित प्रत्याशी भी महिला वोटरों को लुभाने के लिए अपने तरकस से तीर छोड़ेंगे। सभी छह विधानसभाओं में महिला मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछलेविधानसभा चुनाबो में महिलाओं की संख्या 1०82368 थी। जिसमें दो फीसद का इजाफा हुआ है। इस बार 22०89 नई महिला वोटर बढ़े हैं। इस बार के चुनाव में 11 लाख 4 हजार 457 महिलाएं अपने मत का प्रयोग करेंगीं। महिला मतदाताओं की इतनी बड़ी संख्या है कि यह चुनाव का रुख बदल सकती है। इसलिए जनपद की सभी छह विधानसभाओं में प्रत्याशियों की नजर खासतौर पर महिला मतदाताओं पर होगी। जनपद में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल भी महिला उम्मीदवार नाम मात्र को ही बनाते रहे हैं । और राजनैतिक पार्टियों द्वारा चुनाव में इनकी उपेक्षा ही की जाती रही है।
इन विधानसभा चुनावों में किसी भी दल द्वारा महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया जाता। हालांकि इस बार कांग्रेस पार्टी की ओर से महिला उम्मीदवार बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन पार्टी की ओर से अभी तक किसी भी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। ऐसा ही हाल अन्य दलों का भी है। तीन सीटों पर बसपा ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। भाजपा, सपा के साथ अन्य दलों से प्रत्याशियों की घोषणा होना बाकी है। आधी आबादी को लेकर सियासी दल भी मुद्दा बना रहे हैं। ऐसे में राजनेतिक दलों में महिलाओं की हिस्सेदारी भी अहम होगी।
वैसे तो जनपद की सभी छह विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं हुई है। केवल बसपा द्वारा ही तीन प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। लेकिन 3 दर्जन से अधिक विभिन्न दलों के प्रत्याशी पिछले कई महीनों से अपनी अपनी पार्टी का झंडा लेकर ग्राम ग्राम जाकर जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। इनमें आधा दर्जन से अधिक महिला उम्मीदवार शामिल है। जो महिलाओं की टीम के साथ महिलाओं से अधिक जनसंपर्क करती देखी गई है।