बरेली। शहर के पॉश इलाके गांधीपुरम में घर के अंदर महिला की हत्या कर दी गई। चाकू से गला और दोनों कलाइयां काट दी गईं, दोनों आंखें फोड़ दी गईं। हत्या का आरोप शिक्षक पति पर लगा है जोकि वारदात के बाद से शव कमरे में बंदकर फरार है। उसका मोबाइल नंबर भी बंद जा रहा। दुस्साहसिक वारदात के पीछे वजह बताई जा रही कि वह आए दिन दहेज की मांग पर मारपीट करता था।
मूलरूप से डिफेंस कॉलोनी निवासी धीरज रस्तोगी मीरगंज के एक निजी स्कूल में शिक्षक है। उसका पहली पत्नी से तलाक हो गया, जिसके बाद उसने गोंडा निवासी आरती रस्तोगी से डेढ़ साल पहले शादी कर ली। आरती की भी यह दूसरी शादी थी। उनके पहले पति की मौत हो चुकी थी। शादी के बाद दोनों डिफेंस कॉलोनी वाले मकान में रहे मगर आए दिन विवाद होने लगा तो घर छोड़कर गांधीपुरम में नीरज अग्रवाल के घर में किराये पर रहने लगे। 11 जुलाई से वे यहीं रह रहे थे।
शनिवार सुबह को आरती के मायके वालों ने फोन लगाया मगर रिसीव नहीं हुआ। धीरज का नंबर बंद जा रहा था। पूरे दिन कई बार कोशिश के बाद भी उन दोनों में से किसी से बात नहीं हो सकी तो उन्होंने शाम करीब सात बजे नीरज की पत्नी मोनी अग्रवाल को फोन लगाया। मोनी ने वहां पहुंचकर खिड़की से देखा कि आरती बेड पर पड़ी थीं। आवाजें देने पर भी नहीं उठीं तो शंका हुई और पुलिस को बुला लिया। सभी ने अंदर जाकर देखा तो दंग रह गए। आरती का चाकू से गला रेता गया। क्रूरता की गई थी।
शुक्रवार रात 11 बजे देखे गए थे दोनों
मकान मालिक ने बताया कि जब से दंपती यहां रहने आए, आए दिन लड़ाई होती थी। विवाद से परेशान होकर उनसे कह दिया था कि कमरा खाली कर दें, हालांकि वे गए नहीं। शुक्रवार रात 11 बजे दोनों को देखा गया था। उसके बाद रविवार को न तो आरती बाहर दिखी और न ही धीरज। पुलिस ने तलाशी ली तो कमरे में सब्जी काटने वाला चाकू नहीं मिला। आशंका जताई जा रही कि उसी से धीरज ने हत्या की गई। नीरज का कहना था कि आरती आरोप लगाती थीं कि दहेज की मांग को लेकर धीरज आए दिन विवाद करता है। मामला पुलिस में भी गया। चार दिन पहले अशरफ खां छावनी पुलिस चौकी में आरती ने शिकायत की तो पुलिस ने दोनों को बुलाकर समझाया। धीरज की पहली पत्नी बारादरी की सनराइज कॉलोनी में रहती है।
चार टीमें बनाकर हत्यारे की तलाश
अधिकारियों ने हत्यारे पति की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई हैं। पहली टीम उसका नंबर सर्विलांस पर लगाकर उसकी लोकेशन तलाश रही है। जबकि तीन टीम उसके घर समेत रिश्तेदारों के घर दबिश दे रही है। एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि जिस तरह पति अचानक गायब हुआ, उससे हत्या का शक उसी पर है।
नानी के पास रहता है आठ साल का बेटा
पहली शादी के बाद आरती के बेटा कृष्णा हुआ जोकि अब गोंडा में नाना-नानी के पास रहता है। पहले पति की शराब पीने से मौत के बाद शादी डॉट कॉम पर रिश्ता तलाशा, जिसके बाद धीरज से मुलाकात हुई। दोनों परिवारों की रजामंदी से शादी हुई। आरती के भाई प्रदीप ने बताया कि धीरज परेशान करने लगा तो पंद्रह दिन पहले आरती ने पुलिस में शिकायत की। विवाद के बारे में पता था मगर ऐसा नहीं अंदाज था कि वह हत्या कर देगा। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद धीरज आरती का शव छोड़कर कमरे में बाहर से ताला लगाकर चला गया था। ताला तोड़कर शव बाहर निकाला गया। आरती का मोबाइल मौके पर नहीं मिला है।
पहले गला दबाया फिर चाकू से काटीं कलाइयां
पुलिस ने घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम बुलाई। जिस स्थिति में शव फोल्डिंग पलंग पर पड़े बिस्तर पर पड़ा था। उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पति ने पहले महिला का गला दबाया। बेहोश या फिर मर जाने के बाद पहले गला काटा फिर आंखें फोड़ने के बाद दोनों हाथ की कलाई काटी। अगर जिंदा हालत में उसकी हत्या होती तो खून के छींटे पूरे कमरे में फैलते लेकिन सारा खून सिर्फ वहीं गिरा जिस हालत में महिला को काटा गया