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नयी दिल्लीः (New variant BA-2 of Omicron found) कोरोना वायरस के वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनियाभर को परेशान कर रखा है। भारत में भी इसके लगभग रोजाना ही नये मरीज मिल रहे हैं। इस त्रासदी के बीच एक और चितित करने वाली खबर आयी है। ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भी अपना एक नया वैरिएंट बना लिया है। इसे नाम दिया गया है- BA-2. इस नामुराद ने भारत में भी दस्तक दे दी है। यहां इसका पहला मरीज इंदौर में मिला है। यहां इस स्ट्रेन के एक या दो नही बल्कि पूरे 16 पॉजीटिव मिले हैं जिनमें 4 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, देशभर से ऐसे 530 संदिग्ध मरीजों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गये हैं। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि बीए-2 में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को तोड़ने की क्षमता भी ज्यादा हो सकती है।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क में भी BA-2 वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन की तरह ही तेजी से फैलता है। ऐसे में इसकी पहचान न होने पर इसके संक्रमण को रोक पाना बड़ी चुनौती है। चिंता की बात यह है कि टेस्ट किट की पकड़ में भी नहीं आ रहा है। इसी वजह से इसे ‘स्टेल्थ’ यानी छिपा हुआ वर्जन कहा जा रहा है। ब्रिटेन, स्वीडन और सिंगापुर में से हर एक देश ने इसके 100 से ज्यादा संदिग्ध मरीजों के सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं। डेनमार्क के अध्ययनकर्ताओं ने अंदेशा जताया है कि नये सब-वैरिएंट की वजह से ओमिक्रॉन वायरस से बढ़ रही महामारी के दो अलग-अलग पीक (चरम संख्या में मामले) आ सकते हैं। 

अभी यह साफ नहीं कि इस वर्जन का पहला केस कहां मिला। ब्रिटिश स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, ब्रिटेन में पहली बार 6 दिसंबर 2021 को स्टेल्थ वर्जन का पता चला था। वहां इसके 426 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। यह अन्य वैरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है। इसे ब्रिटेन में अंडर इनवेस्टिगेशन श्रेणी में रखा गया है।

40 देशों से डाटा जुटाये गये

कोरोना के नए वैरिएंट्स को पहचानने के लिए पिछले साल 17 नवंबर से ‘ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लुएंजा’ के तहत तमाम देशों से डेटा जुटाया जा रहा है। अब तक करीब 40 देश अपना डेटा भेज भी चुके हैं, जिनमें भारत भी शामिल है।

कितना खतरनाक है यह वर्जन?

कोरोना के तमाम वैरिएंट्स पर रिसर्च कर रही यूनिवर्सिटी ऑफ जिनेवा के निदेशक फ्लैहॉल्ट का कहना है कि इसका नाम सुनकर घबराएं नहीं लेकिन सतर्कता जरूरी है। नया वर्जन BA-2 ओमिक्रॉन की तरह ही संक्रामक है। हालांकि, अब तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि यह कितना खतरनाक है।

BA-2 ​​​​​​वैरिएंट के लक्षण

कोरोना के नये वैरिएंट BA-2 के लक्षण ओमिक्रॉन की तरह ही हैं। हालांकि ओमिक्रॉन का पता लगाने के लिए जिस जेनेटिक सोर्स को देखते हैं, वह BA-2 में सिरे से नदारद होता है। ऐसे में जेनेटिक सीक्वेंसिंग के जरिए ही इस वैरिएंट की पहचान की जा सकती है।

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