लखनऊ : उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को कन्हैया कुमार के विरोध में नारेबाजी करते हुए एक युवक ने उन पर स्याही में मिलाकर ज्वलनशील पदार्थ फेंका। इस दौरान बीच-बचाव करने के प्रयास में दो लोग झुलस गये और भगदड़ मच गई। एक युवक को कन्हैया के समर्थकों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। घायलों को तुरंत अस्पताल भेज गया। एडीसीपी मध्य राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि आरोपी देवांश बाजपेयी पुत्र संजय बाजपेयी, निवासी बागमनारायन चौक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसने स्याही में ज्वलनशील पदार्थ मिलाने की बात स्वीकार की है। कन्हैया कुमार कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं।
कन्हैया और उनके समर्थकों का कहना है कि उनको चेहरे और शरीर पर जलन महसूस हो रही है। देवांश वाजपेयी को कन्हैया के समर्थकों ने पकड़ करपुलिस के हवाले कर दिया। उसका कहना है कि कन्हैया देशद्रोही है। जो देश का नहीं, वह हमारा कैसे हो सकता है।
घटनाक्रम के अनुसार, मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में कार्यक्रम था। लोग कन्हैया का इंतजार कर रहे थे। कार्यक्रम में कन्हैया देरी से पहुंचे। जैसे ही वह मंच की ओर बढ़े, कुछ युवकों के एक समूह ने उनके ऊपर केमिकल जैसे तरल फेंका। इससे अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। एक प्रदर्शनकारी देवांश वाजपेयी को मौके पर ही लोगों ने पकड़ लिया। कांग्रेसियों का आरोप है कि ये काम एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का है। वे कांग्रेस के कार्यक्रम को नहीं होने देना चाहते। वे नहीं चाहते कि लोकतांत्रिक ढंग से कोई अपनी बात रखे। कन्हैया कहीं लोगों के बीच हीरो न बन जाए, इससे ये डरे हुए थे।
दूसरी ओर भाजपा का आरोप है कि कन्हैया के कार्यक्रम कुर्सियां खाली थीं। इसलिए कांग्रेसियों ने खुद ही यह ड्रामा रचा, जिससे इज्जत बची रहे। पुलिस जांच कर रही है। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। यह कोई पहली बार नहीं जब कन्हैया कुमार के आयोजन से विवाद जुड़ गया हो। कन्हैया कुमार जिस कांग्रेस प्रत्याशी सदफ जफर के प्रचार के लिए यहां पहुंचे थे वह अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह लखनऊ मध्य सीट से चुनाव लड़ रही हैं।