नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पूर्व छात्रनेता व जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) की नेता शहला राशिद शोरा के खिलाफ दिल्ली में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है जिसमें कथित तौर पर भारतीय सेना और भारत सरकार के खिलाफ फर्जी खबर फैलाने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई है। शिकायत में कहा गया है कि शहला ने अपने ट्वीट्स के जरिये भारतीय सेना पर निराधार आरोप लगाए हैं। उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने चाहिए। यह शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने दर्ज करवाई है।
आलोक श्रीवास्तव ने शहला राशिद के ट्वीट को अपनी शिकायत में आधार बनाया है और उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 124 A, 153, 153 A, 504, 505 और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
शहला राशिद मूल रूप से श्रीनगर की रहने वाली हैं। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही वह ट्विटर पर सरकार के खिलाफ लगातार सक्रिय हैं। इस बीच शहला राशिद के ट्वीट पर भारतीय सेना ने जवाब दिया है। शेहला रशीद ने रविवार को कश्मीर के हालात को लेकर एक के बाद एक 10 ट्वीट किए थे जिसमें उन्होंने दावा किया कि कश्मीर में हालात बेहद खराब हैं। भारतीय सेना ने ट्वीट कर उनके दावों को बेबुनियाद बताया है। भारतीय सेना ने ट्वीट किया, “शेहला रशीद द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद और खारिज हैं। ऐसी असत्यापित और फर्जी खबरें असामाजिक तत्वों और संगठनों द्वारा अनसुनी आबादी को भड़काने के लिए फैलाई जाती हैं।”