BareillyLive. आंवला, शरद सक्सेना । नगर निकाय चुनाव इस साल के अंत तक सम्पन्न होने की संभावना है। इसको लेकर शासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। परिसीमन और वोटर लिस्ट संशोधन सहित तमाम कार्य शुरू हो चुके है। इन चुनावों को लेकर सत्ताधारी दल में अभी से उत्साह देखने को मिलने लगा है। विगत 10 वर्षो से पालिका की सीट सामान्य है। 2017 में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के विशेष आशीर्वाद के चलते अनेक बड़े दावेदारों को पछाड़कर संजीव सक्सेना भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पालिका के चेयरमैन बने थे।
इस बार जोर-शोर से चर्चा है कि चक्रानुक्रम आरक्षण और परिसीमन के आधार पर आंवला पालिका सीट सामान्य अथवा अनारक्षित महिला के खाते में जा सकती है। ऐसे में भाजपा में लम्बे समय से कार्य कर रही महिलाएं काफी उत्साहित हैं। उनको उम्मीद है इस बार पार्टी उनको अवश्य मौका देगी। नाम न छापने की शर्त एक महिला पदाधिकारी ने बताया कि यदि महिला सीट आती है तो पार्टी में लम्बे समय से काम रही महिला कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलना चाहिए न कि पुरुष दावेदारों की पत्नियों को। भाजपा आंवला की तीन महिलाओं के नाम चर्चा में आने लगे हैं।
पहला नाम है उषा सतीजा। वाल्यकाल से संघ परिवार से ताल्लुक रखने वाली भाजपा में लम्बे समय से विभिन्न पदां पर कार्य का अनुभव उनके दावे को मजबूत करता है। वह पंजाबी समाज की प्रतिनिधि हैं और विभिन्न विषयों में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। 2017 में भी उन्होनें अपनी दावेदारी ठोकी थी किन्तु टिकट लेने में असफल रहीं। उनका कहना है कि महिला सीट होने पर इस बार उनको पार्टी निश्चित ही टिकट देगी। वैसे उन्होंने नगर के विभिन्न स्थानों पर अपने शुभकामना संदेशों के बैनर और पोस्टरों में स्वयं की दावेदारी घोषित कर दी है।
दूसरा नाम है वीना रस्तोगी। लम्बे समय से संघ व भाजपा से जुड़ी वीना, रसायन विज्ञान से स्नातकोत्तर है। नगर के प्रमुख सर्राफा व्यवसायी सुभाष रस्तोगी की पत्नी हैं जो कि लम्बे समय से जनसंघ व आर्यसमाज से जुड़े हैं। वीना नगर पालिका आंवला में नामित सभासद भी है दुर्गावाहिनी, सेवा भारती सहित विभिन्न क्षेत्रों में लम्बे समय से कार्य करते हुए वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री हैं। पिछले लम्बे समये से पालिका अध्यक्ष के टिकट की दावेदार भी है।
तीसरा प्रमुख नाम है मीना मौर्य। काफी कम समय में राजनीति मे अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं में मीना मौर्य का नाम शामिल है। वह जाति से मुराव तथा समाजशास्त्र से स्नातकोत्तर हैं। वर्ष 2017 मे अल्पसंख्यक वाहुल्य वार्ड से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं किन्तु मात्र 9 वोट से हार गयीं। फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा के विभिन्न पदो पर कार्य करते हुए वह संगठनात्मक जिला आंवला की पहली महिला मोर्चा अध्यक्ष बनीं। उनका कहना है कि महिला सीट होने की स्थिति में वह अपनी दावेदारी मजबूती के साथ प्रस्तुत करेंगी।
इसके आलावा पिछले कुछ समये से पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना की पत्नी सीमा सक्सेना भी राजनीति मे सक्रिय हो गयी हैं। टिकट के दावेदारों में उनका नाम भी शामिल माना जा रहा है। इसके अलावा वैश्य समाज से भी एक-दो महिलाएं ऐन मौके पर टिकट की दावेदारी कर सकती है।