लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की हर गतिविधि पर सरकार की नजर रहेगी। इसके लिए मोबाइल ऐप “प्रेरणा” तैयार किया गया है। इस मोबाइल ऐप के उपयोग के संबंध में शिक्षा परिषद ने सचित्र तकनीकी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस नई व्यवस्था से अब शिक्षकों को सही रिपोर्टिंग दर्शानी होगी। यह व्यवस्था जल्द ही लागू हो जाएगी।

“प्रेरणा” का इस्तेमाल करने के लिए एंड्रायड मोबाइल हैंडसेट पर बने एमडीएम इंस्पेक्शन आइकन को क्लिक करना होगा। इसमें पहले अपने मोबाइल नंबर से “प्रेरणा” मोबाइल ऐप पर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के समय चार अंकों का पिन बनाना होगा। इसके बाद मोबाइल फोन के स्क्रीन पर प्रदर्शित प्रेरणा ऐप के आइकन को क्लिक करना होगा। अब अगली स्क्रीन दिखेगी जिसमें आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और आपके द्वारा बनाया गया चार अंकों का पिन डालना है। इसके बाद लाग-इन के बटन को दबाएंगे। स्क्रीन पर आपको अपने विद्यालय में क्या-क्या कार्य करने हैं, उसका विवरण दिखेगा। जैसे अध्यापक उपस्थिति, प्रार्थना सभा की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन आदि के विकल्प होंगे। इस व्यवस्था से शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति से लेकर मध्याह्न भोजन में भी पारदर्शिता आएगी।

शिक्षकों की ग्रुप फोटो होगी अपलोड  

उपस्थिति दर्ज करने के लिए शिक्षक आइकन को क्लिक करेंगे। इसमें विद्यालय का नाम प्रदर्शित होगा। स्वयं की उपस्थिति दर्ज करने के लिए चुनें के साथ ही अन्य शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए चुनने के विकल्प खुलेंगे। विकल्प खुलते ही मोबाइल फोन का कैमरा खुल जाएगा। इसमें विद्यालय के सभी शिक्षकों की एक ग्रुप फोटो अपलोड करनी होगी। फोटो क्लिक करने के बाद एक स्क्रीन दिखेगी  जिसमें विद्यालयों के सभी शिक्षकों की सूची प्रदर्शित होगी। इसमें जो शिक्षक अनुपस्थित होंगे, उनको अनुपस्थित पर मार्क करना होगा। मार्किंग के बाद अनुपस्थिति का कारण भी बताना होगा।

पोर्टल पर दर्ज होगा सभी विवरण

शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण करने, कार्यमुक्त होने, वेतन वितरण, सेवा पुस्तिका, अवकाश विवरण, परिवार और नामांतरण,  तबादला आदेश, पदोन्नति और नियुक्ति आदेश,  वार्षिक गोपनीय प्रतिवेदन दर्ज करने की व्यवस्था को भी ऑनलाइन कर दिया गया है। इसके लिए पोर्टल बनाया गया है। पोर्टल कैसे काम करेगा, इसका प्रेजेंटेशन कार्यशाला में किया गया था। जेम पोर्टल के माध्यम से स्वेटर की खरीद होगी। स्थानीय स्तरीय पर किसी प्रकार की खरीददारी नहीं होग

15 से 20 सितंबर को होगी लर्निंग आउटकम की परीक्षा

विद्यार्थी ने पढ़ाई के दौरान कितना सीखा इसको जांचने के लिए 15 से 20 सितंबर को लर्निंग आउटकम की परीक्षा होगी। परीक्षा में कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा लेने के लिए शासन से आर्थिक मदद मिलेगी।

ऑनलाइन उपस्थिति का शिक्षकों ने किया विरोध

शिक्षकों का कहना है कि एप के माध्यम से उपस्थित लेना अव्यावहारिक है। ग्रामीण अंचल के स्कूलों नेटवर्क की समस्या रहती है। यह व्यवस्था शिक्षकों पर अविश्वास करने जैसी है। निजी मोबाइल फोन से किसी का फोटो खींचना निजता का उल्लंघन है।

 

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