बरेली। श्री हरि मन्दिर माडल टाउन में चल रहे 62वें श्री राधाष्टमी महोत्सव के तहत गुरूवार को दिल्ली से पधारे गोलोकवासी भजन सम्राट विनोद अग्रवाल के परम शिष्य महावीर शर्मा ने भजन सन्ध्या में भक्ति रस की फुहार में भक्तजनों को सराबोर कर दिया। भक्ति रस की ऐसी धुन बजी कि लोग मग्न होकर नृत्य करने लगे। महावीर शर्मा के भावपूर्ण भजन, मोहन मेरा सोया प्यार जगा दे, मिल गये मिल गये आज मेरे सनम, पिया तोड़ दो बंधन आज, देखो भिखारी आया मोहन तेरी गली में, जाने कैसा जादू किया तूने, मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है, मेरी श्यामा जी वृन्दावन वसा दोगी, मेरे रोम रोम में श्याम मगन मैं नाचूँगी, मैं जोगन बन जाऊं, मोहन मेरा सोया प्यार जगा दे, कन्हैया से नजरें मिला कर तो देखो आदि भजनों पर भक्तजन झूम उठे और श्री हरि मन्दिर प्रांगण श्री राधा मय हो गया।
प्रात: कालीन सत्र में आचार्य सुनील शास्त्री ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुये कहा कि भक्त वही है जो निरन्तर भक्ति पथ पर अग्रसर होता रहे सुख दु:ख तो अपने किये हुये कर्मों के अनुसार ही प्राप्त होते हैं परन्तु बुद्धिमान जीव वही है जो सुख दु:ख को भगवत प्रसाद मानकर ग्रहण करता चले परन्तु सुख में अभिमान न करे और दु:ख में घबराकर अपने विश्वास से भटक कर भगवान को दोष न दे क्योंकि भगवान केवल हमें मनुष्य बनाकर कर्म करने की शक्ति प्रदान करते हैं परन्तु मनुष्य अपने भाग्य का विधाता स्वयं है। परमात्मा प्रेम आनन्द है परमात्मा अभिन्न है सत्य रूप परमात्मा हमारे अन्दर ज्योति बनकर बैठा है ज्योति निकल जाती है शरीर नष्ट हो जाता है।
अन्त में श्री हरि मन्दिर प्रबन्ध समिति के सचिव रवि छाबड़ा ने बताया कि भजन सन्ध्या 2 व 3 सितम्बर कुमार गिरिराज जयपुर द्वारा एवं 4 सितम्बर हरि नाम संकीर्तन धार्मिक सेवा समिति के साथ होगी एवं उसी दिन पूर्ण आहुति व भण्डारे के साथ श्री हरि मन्दिर वार्षिक महोत्सव का समापन होगा।
कार्यक्रम में श्री हरि मन्दिर प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष सतीश खट्टर, सचिव रवि छाबड़ा, सुशील कुमार, संजय आनन्द, योगेश ग्रोवर, राजेश अरोरा, संजय गोयल, रन्जन कुमार, कुलसंजीव राय, अनिल चड्डा, दीपक साहनी, गोविन्द तनेजा एवं महिला सेवा समिति की अध्यक्षा श्रीमती रेनू छाबड़ा, कन्चन अरोरा, नीलम साहनी, नेहा आनन्द, नीलम लुनियाल, मीरा कथूरिया, विमल सोंधी, अलका छाबड़ा, सीमा तनेजा, ज्योति खुराना आदि मौजूद रहे।