BareillyLive: श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ 51 कुंडीय सप्तम दिवस की बेला में यज्ञ में आए हुए वेद आचार्यों के द्वारा सर्वप्रथम गणेश गौरी, लक्ष्मी नारायण पूजन एवं मंडप के समस्त देवी देवताओं का पूजन हुआ एवं 125000 आहुति लगाई गई जिसमें यज्ञ प्रबंधक आचार्य हेमंत शांडिल्य, आचार्य अनुज मिश्रा तथा आचार्य राजीव नारायण मिश्र एवं आशुतोष मिश्र जी के अलावा 50 अन्य आचार्यों ने यज्ञ संपन्न कराया। यज्ञशाला में आज लगभग आहुति लगाने वाले 250 लोगों का विशाल समागम रहा। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रश्मि पटेल आज यज्ञ आयोजन में मुख्य अतिथि रहीं। उनके अलावा शोभा अग्रवाल व अमित सक्सेना भी आयोजन कर्ता के रूप में शामिल रहे।
सायंकाल कथा व्यास महंत गोपालानंद ब्रह्मचारी जी द्वारा भगवान कृष्ण- रुक्मणी के विवाह की कथा वर्णित की गयी साथ ही उनकी दिव्य झांकी ने सबका मन मोह लिया। एक और बृज कथा बताते हुए कथा व्यास ने कहा कि उद्यो जब वृन्दावन से लौटे तो गोपियों के मन मे बसे कृष्ण प्रेम से भाव विभोर थे और बदहवासी में कन्हैया से बोले हे हरि! मुझे कीट- पतंगा, पेड़- पौधे जो भी बनाना पर बृज का बनाना। क्योंकि उस धरती की धूलि भी अनमोल है। महाराज जी ने ब्राह्मण को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि ज्ञानवान ब्राह्मण साक्षात देव स्वरूप है अतः उनका कभी अनादर नहीं करना चाहिए। कथा में मुख्य अतिथि के रूप में आरएसएस के संघचालक गाजियाबाद से राधा मोहन तिवारी तथा बरेली के व्यवसायी निर्भय सिंह बेनीवाल उपस्थित रहे।
आयोजन में व्यवस्थापक के रूप में सचिव पंकज पाठक, पंडित विनोद मिश्रा, मंत्री सुमित श्रीवास्तव, सत्यम सक्सेना एडवोकेट, कुलदीप सक्सेना अमन सक्सैना, महंत अजय शर्मा, महंत देवेंद्र आनंद, महंत श्री प्रकाशानंद सरस्वती, संजीव अग्रवाल, प्राकानशु शंखधार, शिवकांत शर्मा, अनुराग शर्मा, सुशील शर्मा, शशिकांत गौतम और महिलाओं में साध्वी अनीतानंदा जी, नेहा मिश्रा, राधा सिसोदिया, शिवाली श्रीवास्तव, संतोष शर्मा, संस्कृति शर्मा, शिवांगी कुमारी, पूनम गौतम, प्रियंका तिवारी, इशिका, राजेश्वरी गंगवार, मधु सक्सेना, दीक्षा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।