भमोरा (बरेली)। खेड़ा से सिंघा जाने वाले रोड पर एक युवक को कुछ बदमाशों ने दबोचने का प्रयास किया। बचकर भागे युवक ने शोर मचाया, जिसपर दलपतपुर, सिंघा के ग्रामीण दौड़ पड़े। उन्होंने बदमाश होने की दहशत में सारी रात जाग कर गुजारी।
दलपतपुर निवासी उमेश पुत्र भगवानदास बुखार से पीड़ित हो गया था। वह शुक्रवार की रात 8 बजे दवा लेने सिंघा गांव में डाक्टर के पास गया। लौटते समय सिंघा व दलपतपुर के बीच बने पेट्रोल पम्प के पास उसे 4-5 बदमाशों ने दबोचने का प्रयास किया। किसी तरह बचकर भागे उमेश ने शोर मचाया। इस पर सिंघा व दलपतपुर के ग्रामीण दौड़ पड़े। जिन्हें देख बदमाश वंहा से भाग गये। यह सूचना एक भाजपा नेता ने पुलिस को दी। आनन फानन में पंहुची पुलिस ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीणां को समझाते कहा किसी बदमाश को पकड़ भी लो तो उसे मारपीट न करे। तुरंत पकड़ कर थाने लाये। बदमाशां की आवाजाही से ग्रामीण दहशत में हैं।
आठ दिन बीतने पर भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हत्यारोपी
भमोरा। हिम्मतपुर ताहरपुर गांव में 8 दिन पूर्व गला दबाकर हत्या करने के बाद चुप चाप मिटटी का तेल डालकर शव जलाने की कोशिश की गई सूचना पर पंहुची पुलिस ने महिला अंगूरी के अधजले शव को बाहर निकाला। इस ममाले में 8 दिन गुजरने पर भी पुलिस अंगूरी के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
बदायूँ के थाना सिविल लाइन के ग्राम चंदोखर गौंटिया निवासी कुवंर पाल मौर्य ने अपनी बेटी अंगूरी देवी का विवाह 2 वर्ष पूर्व हिम्मतपुर ताहपुर गांव के यशपाल मौर्य पुत्र रामनारयण के साथ किया था। अंगूरी देवी रक्षाबंधन पर मायके गई। 22 अगस्त को यशपाल ससुराल से पत्नी को शाम 5ः30 बजे विदा करा लाया।
23 अगस्त की सुबह अंगूरी खाना बना रही तभी पति से कुछ विवाद हुआ। जिसमें उसने पत्नी की गला घोटकर हत्या कर दी। बाद में परिजनों के सहयोग से चारपाई पर डाल कर शमशान ले गया। वहां मिटटी का तेल डालकर अंगूरी के शव को जलाना शुरू कर दिया। सूचना पर पंहुची भमोरा पुलिस ने शमशान से अध जले शव को पानी से बुझाकर शव कब्जे में लिया था। कुवंर पाल द्वारा अंगूरी के पति, सास और ननद आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। आठ दिन बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ कोई अभियुक्त नहीं लग सका है।