BareillyLive : एसआरएमएस रिद्धिमा के सभागार में गुरुवार को रिद्धिमा प्रोडक्शन द्वारा अभिमन्यु की एक कहानी पर आधारित नाटक “चक्रव्यूह” का मंचन हुआ। महाकाव्य महाभारत के वीर योद्धा अभिमन्यु का यह नाटक अर्जुन और माता सुभद्रा से आरंभ होता है। चंद्रदेव और रोहिणी के नृत्य से जहां महर्षि गर्ग मुनि आ जाते है, लेकिन चंद्रदेव उन पर ध्यान नहीं देते तो नाराज गर्ग ऋषि उन्हें श्राप देते है कि पृथ्वी लोक पर तुम मनुष्य रूप में अर्जुन की पत्नी सुभद्रा के गर्भ से जन्म लोगे। चंद्र देव के क्षमा मांगने पर गर्ग ऋषि कहते हैं कि 16 वर्ष तक मनुष्य रूप में रहोगे और युद्धभूमि में वीर गति को प्राप्त करोगे। अगले दृश्य में अर्जुन गर्भवती पत्नी सुभद्रा को चक्रव्यूह भेदने की जानकारी दे रहे होते है, लेकिन चक्रव्यूह से बाहर आने की बात सुनने से पहले सुभद्रा सो जाती है। अभिमन्यु को वीर योद्धा बनाने के लिए अर्जुन और श्री कृष्ण प्रशिक्षण देते हैं। अगले दृश्य में कुरुक्षेत्र का मैदान सामने होता है, जिसमें चक्रव्यूह रचा जाता है और अभिमन्यु उसे भेदते हुए घुस जाता है। लेकिन वह निकलना नहीं जानता। वजह सुभद्रा बाहर निकले का रास्ता सुनने से पहले सो जाना था। अभिमन्यु बाहर नहीं आ पाता और वीरता से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होता है। नाटक में अभिमन्यु का किरदार सान्वी ने निभाया। शैलेन्द्र शर्मा (गर्ग ऋषि), मोहसिन (अर्जुन), अंबाली प्रहराज (सुभद्रा), देबज्योति नस्कर (कृष्ण), शिवा (चंद्रदेव), मंतशा मुराद (रोहिणी) ने भी अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय किया। नाटक में कोरियोग्राफर की जिम्मेदारी अंबाली प्रहराज, देबज्योति, रियाश्री ने निभाई। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, ऋचा मूर्ति जी, डा.एसबी गुप्ता, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज कुमार सहित शहर के गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।

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