BareillyLive : श्री बांके बिहारी मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर कथा व्यास संत आचार्य श्री संजीव कृष्ण जी द्वारा सत्य निष्ठा राजा हरिश्चंद्र का चरित्र सुनाते हुए एकादशी व्रत महात्मा की कथा तथा भागीरथ राजा की तपस्या से फलस्वरूप मां गंगा की कथा का भी सुंदर चित्रण किया उन्होंने कथा को विस्तार देते हुए सूर्यवंश और चंद्रवंश के शुभारंभ का भी वर्णन किया। सूर्यवंश में राजा दशरथ के पुत्र श्री राम जी के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा राम के बिना आराम नहीं कृष्ण बिना सुख शांति नहीं इसीलिए संसार के रिश्तो में अपेक्षा मत रखना अपना सर्वस्व प्रभु को समर्पित करना इसी के साथ “भय प्रगट कृपाला दीन दयाला “गा करके श्री राम जन्म उत्सव को मनाया। तत्पश्चात चंद्र वंश के शुभारंभ करते हुए कथा व्यास आचार्य श्री जी के द्वारा श्री कृष्ण अवतार नंदोत्सव की कथा सुनकर भक्त भावविभोर हो उठे इसी मैं “भारत में कैसे आऊं मैं यू बोले कृष्ण मुरारी मुझे चाहिए लाखों गाय मेरा काम चराना” सुनकर भक्त जन भक्ति की मस्ती में झूम उठे उपस्थित भक्त जनों ने नंदोत्सव पर भक्ति की मस्ती में झूमते हुए भजनों को गाया, सुंदर-सुंदर बधाइयां भक्तों में लुटाई गई श्री बाल कृष्ण जी की झांकी के साथ भक्तों ने अपने भाव को प्रकट किया। आनंद की प्राप्ति की कथा के विश्राम पर महाराज श्री जी के मुखारविंद से, प्रभु के लिए, हे प्यारे रोशनी के लिए दिया जलता है, शमा के लिए परवाना जलता है, तुम मिलते नहीं तो दिल जलता है, तुम मिलते हो तो जमाना जलता है की सुंदर पंक्तियां प्रस्तुत की इस अवसर पर मुख्य यजमान अभिनव आनंद, कामधेनु गौशाला ट्रस्ट की एकता, कृष्णा व परिसर के सदस्य जगदीश भाटिया जी द्वारा सुंदर बधाई की प्रस्तुति दी गई।