BareillyLive : सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत आज श्रीराममूर्ति कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में वृहद जन जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। साथ ही रैली निकाल कर सड़क सुरक्षा के साथ ही मिशन शक्ति और साइबर सिक्योरिटी के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इस मौके पर आईजी बरेली रेंज राकेश सिंह ने विद्यार्थियों से यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सिर्फ चालान से बचने के लिए नहीं बल्कि खुद के बचाव लिए यातायात के नियमों का पालन करना जरूरी है। डीआईजी-एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने साइबर क्राइम को आज की सबसे बड़ी चुनौती बताया और जागरूकता और सतर्कता से ही साइबर क्राइम से बचने की अपील की। एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति ने ऐसे जागरूक अभियानों की सराहना की और कहा कि आज पुलिस के मुस्तैद होने से सुरक्षा बढ़ी है और इसी से अपराधों में भी कमी आई है। संगोष्ठी में महिला हेल्प डेस्क पर काम करने वाली जिले की 29 महिला आरक्षियों को सम्मानित किया गया। साथ ही मिशन शक्ति, साइबर सिक्योरिटी और सड़क सुरक्षा पर रंगोली बनाने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।

श्रीराममूर्ति कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में मिशन शक्ति, साइबर सिक्योरिटी और सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली को झंडी दिखा कर आईजी बरेली रेंज राकेश सिंह, डीआईजी -एसएसपी अखिलेश चौरसिया और आदित्य मूर्ति ने रवाना किया। इसके बाद शतिक प्रेक्षागृह में दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से संगोष्ठी का आरंभ हुआ। आईजी राकेश सिंह ने तीनों वर्कशाप को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह पुलिस विभाग से संबंधित हैं। लोगों को जागरूक करना हमारी जिम्मेदारी है। सड़कों पर हादसों को रोकना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में है। ऐसे हादसों को भावनात्मक रूप से समझ कर ही रोका जा सकता है। हादसों में मरने वाला व्यक्ति परिवार का मुखिया होता है या पढ़ने वाले छात्र के रूप में बेटा। यह क्षति अपूर्णीय होती है। इसकी भरपाई नहीं की जा सकती। ऐसे में यातायात के नियमों का पालन करना जरूरी है। डीआईजी- एस एसपी अखिलेश चौरसिया ने कहा कि आज महिलाओं को बाहर के मुकाबले घर में ही ज्यादा खतरा है। सतर्क होकर ही इससे निपटा जा सकता है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड संचालित है। इसके साथ ही सभी थानों में महिला डेस्क बनाई हुई है, जहां महिला कांस्टेबल नियुक्त हैं। टोल फ्री नंबर भी संचालित हैं। किसी भी अप्रिय परिस्थिति में कहीं पर भी शिकायत कर मदद मांगी जा सकती है। अखिलेश चौरसिया ने साइबर सिक्योरिटी को ज्वलंत मुद्दा बताया। कहा कि आज खाते से रुपये निकल जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ताज्जुब की बात है कि यह घटनाएं शिक्षित लोगों के साथ ज्यादा हो रही हैं। हम छोटे से लालच में साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। इससे बचने के लिए जागरूक होना पड़ेगा। ऐसी किसी भी ठगी पर साइबर थाने के साथ ही हेल्प लाइन नंबर पर भी शिकायत करने की सुविधा प्रदान की गई है।

आदित्य मूर्ति ने कार्यशाला की सराहना की और जन जागरूकता के ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जितनी तेजी से सड़क पर गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है उससे ज्यादा सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करना तो जरूरी है ही, इसके साथ दूसरों को इनकी जानकारी देनी भी जरूरी है। हालांकि पुलिस की मुस्तैदी से क्राइम रेट कम हुआ है लेकिन साइबर क्राइम चुनौती बनता जा रहा है। इससे निपटने के लिए खुद जागरूक होना आवश्यक है। खुद जागरूक होकर ही हम साइबर ठगी से बच सकते हैं और दूसरों को भी बचा सकते हैं। संगोष्ठी के अंत में एसआरएमएस कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन डा. प्रभाकर गुप्ता ने संगोष्ठी को उपयोगी बताते हुए उपस्थित अतिथियों का आभार जताया। इससे पहले जन जागरूकता संगोष्ठी का आरंभ सुबह 10.30 बजे हुआ। सबसे पहले साइबर सुरक्षा पर कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें साइबर क्राइम विशेषज्ञ सब इंस्पेक्टर शालू ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म की सिक्योरिटी, फेक अकाउंट से बचाव के उपाय और साइबर ठगी होने पर पुलिस को सूचना देने से पहले ही अकाउंट डीएक्टिवेट करने और फेक अकाउंट को बंद कराने के प्रावधानों की विस्तृत चर्चा की। साइबर क्राइम होने पर हेल्पलाइन नंबर और साइबर क्राइम की वेबसाइट पर इसकी सूचना देने के तरीकों को बताया। सब इंस्पेक्टर मुन्ना लाल ने सड़क सुरक्षा पर आयोजित कार्यशाला में यातायात के नियमों की जानकारी दी और दुर्घटनाओं के समय मदद को प्रेरित किया। मिशन शक्ति पर कार्यशाला में जिला प्रोविजन अधिकारी नीता अहिरवार ने महिलाओं की सुरक्षा पर अपनी बात रखी। किसी भी अप्रिय परिस्थिति में पुलिस की मदद लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी किसी भी टोल फ्री नंबर पर इसकी जानकारी देकर मदद मांगी जा सकती है। इस मौके पर एसआरएमएस की ट्रस्टी ऋचा मूर्ति, सुभाष मेहरा, डा.एलएस मौर्य, डा.रिंटू चतुर्वेदी, सीओ प्रथम श्वेता यादव, सीओ नवाबगंज चमन सिंह चावड़ा, उमेश त्यागी, ललित सिंह, लवलेश कुमार, कालेज के फैकेल्टी मेंबर, स्टाफ और विद्यार्थी मौजूद रहे।

विशिष्ट कार्य करने वाली इन महिला आरक्षी को मिला सम्मान—-सरोज (कोतवाली), रूबीना (महिला थाना), अमृता (प्रेमनगर), शालिनी शर्मा (कैंट), पल्लवी राणा (किला), नीशू वालियान (सुभाषनगर), प्रथमा (सीबीगंज), रोनिका (बारादरी), रिंकी त्यागी (बहेड़ी), वर्षा (बिथरी चैनपुर), मीना कुमारी (इज्जतनगर), प्रिया शर्मा (देवरनिया), अलका (शीशगढ़), प्रीति यादव (शेरगढ़), मुक्ति राघव (आंवला), क्षमा (अलीगंज), सोनी (सिरौली), ज्योति शर्मा (भमोरा), माला श्रीवास्तव (विशारतगंज), रिया (मीरगंज), दीपा (शाही), मीनू (फतेहगंज पश्चिमी), सुरभि शर्मा (फरीदपुर), मेघा शर्मा (फतेहगंज पूर्वी), मीनू (हाफिजगंज), रिंकी यादव (नवाबगंज), मनी (क्योलड़िया), रिंकी शर्मा (भोजीपुरा)।

मिशन शक्ति, साइबर सिक्योरिटी और सड़क सुरक्षा पर बनाई रंगोली के त्रिशा, अपूर्वा सिंह, अजीम, कशिस्व साहू, चहग अग्रवाल, निष्ठा सिंह, प्रज्ञा मलिक, हर्षा मिश्रा, शेफाली अशोक जाली, श्रद्धा सक्सेना, आकांक्षा गंगवार, अनम्ता आसिफ, मनश्वी यादव, वर्षा वर्मा, प्रेरणा गुप्ता, इशिका सक्सेना, दिव्यांशी, शोभा, अंशिका सिंह, हंसिखा वार्ष्णेय, खुशी, छवि आदि विजेता रहे।

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