नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ द्वारा भाषण में “मोदी की सेना” वाले बयान पर टिप्पणी करने के एक दिन बाद ही विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने पलटी मार ली। दरअसल, एक विदेशी मीडिया संस्थान को दिए गए साक्षात्कार में अपनी “मोदी की सेना” वाली एक टिप्पणी को लेकर वे विवाद में घिर गए थे। अब वह इस तरह की किसी टिप्पणी से इन्कार कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार वीके सिंह ने एक साक्षात्कार में कहा था कि जो कोई भी भारतीय सेना को “मोदी की सेना” कहता है वह देशद्रोही है।
वीके सिंह ने इस तरह की टिप्पणी करने की बात को पुरजोर तरीके से खारिज करते हुए कहा कि संबंधित रिपोर्टर ने कट-पेस्ट करने का काम किया है। उन्होंने ट्विटर पर सवाल खड़ा किया कि ऐसा करने के लिए मीडिया हाउस को “कितना पैसा मिला”। दूसरी ओर विदेशी मीडिया संस्थान ने जनरल (अवकाश प्राप्त) वीके सिंह के साथ अपनी बातचीत का एक पूरा वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर जारी किया है, ताकि उसके दावे की पुष्टि की जा सके और कहा कि विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने इसके लिए “प्रेस्टीट्यूट” शब्द का भी इस्तेमाल किया था। विदेशी मीडिया संस्थान के अनुसार वीके सिंह ने कहा था कि सेना किसी की नहीं होती है। सेना सिर्फ देश की होती है, इसमें “मोदी की सेना’ कहां से आ गई।
इस बीचऐक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें केद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी “मोदी जी की सेना” कहते हुए नजर रहे हैं। यह वीडियो बीते बुधवार का है जिसमें नकवी रामपुर से भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा के समर्थन में अक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
मुख्तार अब्बास नकवी भी कहा- , “पीएम मोदी की सेना”
वीडियो के अनुसार मुख्तार अब्बास नकवी ने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए जनसभा में कहा कि हमारी मिसाइलों ने, हमारे सुरक्षाबलों ने घुसकर के पूरे के पूरे इलाके को तबाह किया और उन आतंकवादियों को खाक में मिला दिया। यह सामान्य घटना नहीं है। अब दिक्कत यह हुई कि कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी सब चिल्लाने लगे कि जो पीएम मोदी ने घुस-घुसकर, “पीएम मोदी की सेना” ने घुस-घुसकर के आतंकवादियों को तबाह किया, उसका सबूत तो दिखा दो।