astrodesk@BareillyLive. नवरात्र के 9 दिन अपने आप में बेहद ही शुभ बताए गए हैं। इन अलग-अलग दिनों का संबंध जिस तरह से अलग-अलग देवियों से होता है उसी तरह इन सभी देवियों की प्रसाद भी अलग-अलग निर्धारित किए गए हैं। तो आइए जानते हैं नवरात्रि के 9 दिन के प्रसाद का विशेष महत्व।
पहला दिन माँ शैलपुत्री- माँ वृषभ पर सवारी करती है। ऐसे में इन्हें गाय के घी या उससे बने पदार्थों का यदि भोग लगाया जाए तो व्यक्ति को सुख समृद्धि मिलती है।
दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी- माँ ब्रह्मचारिणी को शक्कर का भोग बेहद ही प्रिय होता है।
तीसरा दिन माँ चंद्रघंटा- माँ चंद्रघंटा शेर पर सवारी करती हैं और माँ को दूध का भोग लगाना बेहद ही शुभ फलदाई साबित होता है।
चौथा दिन माँ कूष्मांडा- माँ कुष्मांडा को मालपुआ बेहद ही प्रिय होता है। ऐसे में इस दिन मालपुए का भोग लगाएं।
पाँचवाँ दिन माँ स्कंदमाता- माँ स्कंदमाता भी सिंह पर सवारी करती हैं। ऐसे में इन्हें केले का भोग लगाया जाए तो इससे माँ की प्रसन्नता शीघ्र हासिल की जा सकती है।
छठा दिन माँ कात्यायनी- माँ कात्यायनी को शहद बेहद प्रिय है। ऐसे में इस दिन के भोग में इसे अवश्य शामिल करें।
सातवाँ दिन माँ कालरात्रि– माँ कालरात्रि को गुड़ का भोग बेहद ही प्रिय होता है।
आठवाँ दिन माँ महागौरी- माँ बैल पर विराजमान हैं और माँ का प्रिय भोग हलवा है।
नौवाँ दिन माँ सिद्धिदात्री– माँ को खीर बेहद प्रिय होती है। ऐसे में इस दिन खीर का भोग अवश्य लगाएँ।