BareillyLive : भगवान राम का स्वभाव सभी देवताओं से कोमल एवं सरल है। इसी के कारण वह सभी में समाहित है, विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने मर्यादा से समझौता नहीं किया इसलिए वह मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम कहलाए। मनुष्य को समस्त व्यस्तताओं के बावजूद भी श्रीराम कथा का श्रवण का अवसर नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि रामकथा न केवल दुखों को दूर करती है अपितु जीवन के सभी प्रकार के संशय को भी दूर करती है। यह उद्गार कथा व्यास राष्ट्र संत विजय कौशल महाराज ने खुशहाली फाउंडेशन के तत्त्वावधान में श्री हरी मंदिर में चल रही संगीतमय रामकथा के दूसरे दिन व्यक्त किए। कथा में मौजूद भक्तों को भगवान के स्वभाव और स्वरूप के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी भगवान से श्रीराम का स्वभाव अलग और अति कोमल है। भगवान के स्वभाव के गुणगान को ही राम कथा कहते हैं। संत प्रवर ने कहा कि रामकथा हमें दो बातों का बोध कराती है प्रथम भगवान कौन है भगवान कैसे हैं उन्होंने कहा कि भगवान राम ने मर्यादा के अनुपालन में कभी कोई कमी नहीं की एवं एक अमिट लकीर खींची इसीलिए उनके शत्रु भी उनका यशोगान करते हैं। भगवान राम सभी में समाहित हैं एवं पूरा लोक उनमें समा जाता है।श्री राम कथा सुनने से होने वाले चमत्कारिक लाभ पर चर्चा करते हुए संत प्रवर कहते हैं कि श्री राम कथा केवल दुखों को ही दूर नहीं करती अपितु जीवन के सभी संशय को भी पल में दूर कर देती है। संशय ग्रंथ पढ़ने से दूर नहीं होता वरन सत्संग से होता है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से 100 डिग्री ताप पर गर्म होने के बाद ही पानी भाप बनता है उसी तरह पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ कठिन तपस्या के बाद ही ईश्वर की प्राप्ति संभव है। उन्होंने आह्वान किया कि धर्म एवं ग्रंथों को लेकर अज्ञानियों द्वारा किए जाने वाले कुतर्कों पर हमें बिल्कुल ध्यान नहीं देना चाहिए और सत्य पर चलने का मार्ग कठिन तो है पर सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने बताया कि भगवान एक ही है जिस स्वरुप में भक्त उपासना करता है उसी रूप में भगवान प्रकट हो जाते हैं। उन्होंने कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना प्रभुजी चले आना भजन भी सुनाया जिस पर भक्त झूम उठे। कथा का संचालन डॉक्टर ब्रजेश यादव ने किया। आज की कथा में मुख्य यजमान राजीव अग्रवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल, प्रांत प्रचारक धर्मेंद्र जी, अशोक जी, ओमवीर जी, विधायक राघवेंद्र शर्मा, श्याम बिहारी लाल, संजीव अग्रवाल ने कथा व्यास का स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ विनोद पागरानी, अतुल खंडेलवाल, समीर मोहन, अमित अग्रवाल जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति रश्मि पटेल, दुर्विजय सिंह शाक्य, विष्णु अग्रवाल, आदित्य प्रकाश उपस्थित रहे।