BareillyLive : मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद और साहित्य अकादमी के तृतीय अलंकरण समारोह में, मध्य प्रदेश की संस्कृति मन्त्री प्रो.उषा ठाकुर और नाट्य/सिने जगत से जुड़े, साहित्य व संस्कृति से विशेष रागानुराग रखने वाले मध्य प्रदेश के युवा गौरव आशुतोष राणा, अकादमी के संचालक अदिति त्रिपाठी एवं निदेशक डा.विकास दवे द्वारा हिन्दी साहित्य को सर्वाधिक बीस महाकाव्य देकर ‘गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज कराने वाले महाकवि आचार्य देवेन्द्र देव को उनके महाकाव्य ‘हठयोगी नचिकेता’, पर एक लाख रु.का ‘अटल बिहारी वाजपेयी पुरस्कार वर्ष २०१८’ प्रदान किया गया।
जिसका आवरण पृष्ठ सूर्यांशी कला संस्थान झांसी के निदेशक अमर सोनी ने तैयार किया। इस योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश शासन द्वारा 13 अखिल भारतीय पुरस्कार तथा 15 प्रादेशिक पुरस्कार दिए जाते हैं।
यूं तो साहित्यकार अपनी रचना में जब किसी चीज का आरोपण करता है तब वह उसके अंदर होती है चाहे वो बादल हो या नदी, समुद्र हो या पर्वत इसी सब को मिलाकर एक सर्जक का व्यक्तित्व तैयार होता है। इसलिए साहित्य की भूमिका केवल स्थानिक नहीं होती उसकी भूमिका वैश्विक हो जाती है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व आचार्य देवेन्द्र को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने उनके उनके महाकाव्य ‘राष्ट्रपुत्र यशवंत’ पर ₹75000/- का ‘तुलसी पुरस्कार’ और भारत के संस्कृति मंत्रालय के अधीन ‘दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी बोर्ड ने डेढ़ लाख रुपए का ‘दधीच पुरस्कार’ देकर उनको सम्मानित किया था। इन शासकीय संस्थाओं के अतिरिक्त उन्हें 3 दर्जन से अधिक सामाजिक राष्ट्रीय, साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। ढाई दर्जन से अधिक उनकी काल्य-कृतियां अब तक प्रकाशित हो चुकी हे और इतनी ही कृतियां प्रकाशनाधीन हैं।
हिन्दी साहित्य भारती के अन्तरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष, संस्कार भारती के केन्द्रीय समिति के विशेष आमन्त्रित सदस्य तथा अमेरिका संस्था एसबीआई के एडवाइजरी बोर्ड के मानद सदस्य आचार्य देव के साहित्य, व्यक्तित्व और कृतित्व पर जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर और एमजेपी विश्वविद्यालय, बरेली में शोध- कार्य संचालित है।
रचनाकार को पुरस्कृत या सम्मानित करना वस्तुतः सृजनात्मक अवदान को रेखांकित करना है। ऐसा करते हुए कोई संस्था न केवल आने सांस्कृतिक दायित्व का निर्वाह करती है बल्कि कृति और कृतिसर्जक के महत्व को जरूरी मान्यता दिलाने का सार्थक प्रयत्न करती है।
इस अवसर पश्र अन्येतर अलंकृत व्यक्तित्वों में अन्तरराष्ट्रीय ओज कवि दादाश्री बलवीर सिंह ‘करुण’ और संस्कृत विद्वान प्रो. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी आदि की उपस्थिति गौरवेय रही।
आचार्य देवेन्द्र देव का जन्म 06 अक्टूबर, 1952 को हुआ था उन के पिता का नाम स्व श्री बिहारी लाल, माता का नाम स्व श्रीमती भागवती देवी, उनकी काव्य-प्रेरिका स्व श्रीमती मालती देवी, काव्य-गुरु स्व श्री रामभरोसे लाल पाण्डेय ‘पंकज’ था। उनकी
शिक्षा एम.ए. (संस्कृत), विद्या-वाचस्पति है।
आचार्य जी को जिन सम्मानों से नवाजा गया उनमें प्रमुख हैं,
सम्मानः1-‘गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स’ में हिन्दी विश्व को सर्वाधिक (पन्द्रह, अब बीस) महाकाव्य देने वाले रचनाकार के रूप में प्रतिस्थापित। 2-पानीपत साहित्य अकादमी से ‘आचार्य’ की मानद उपाधि। 3-अमेरिकी संस्था ‘ए.बी.आई.’ द्वारा ‘इन्टरनेशनल डिस्टिंग्विश्ड लीडरशिप अवार्ड-1998 एवं उसके ‘रिसर्च बोर्ड ऑफ एडवाइज़र्स के मानद सदस्य। 4-‘राष्ट्रकवि पं. बंशीधर शुक्ल सम्मान’, मन्यौरा (खीरी) 5-विवेकानन्द स्मृति न्यास ;गोला (खीरी) द्वारा ‘विवेक श्री’ सम्मान। 6-‘उद्घोष शिखर सम्मान’ बुलन्दशहर (उ.प्र) 7-‘त्रिवेणी साहित्य सम्मान’ अलवर (राजस्थान) 8-‘कला भारती सम्मान’ हापुड़ (उ.प्र.) 8-‘सरस्वती साहित्य सम्मान’ मैनपुरी (उ.प्र.) 9-‘पं. दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान’ (छोटी खाटू, राजस्थान) 10- ‘सारस्वत सम्मान’ श्री रामलीला कमेटी, इन्द्रप्रस्थ, दिल्ली। 11-‘सदाशिव राव गुरु गोलवलकर साहित्य सम्मान’ नयी दिल्ली। 12-‘धर्मपाल विद्यार्थी सम्मान’ नागरी प्रचारिणी सभा, आगरा। 13-दशवें विश्व हिन्दी सम्मेलन (भोपाल) के कवि-सम्मेलन में भारत सरकार के विदेश मन्त्रालय के अन्तर्गत सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद द्वारा राष्ट्रीय कवि के रूप में प्रतिभाग। 14- ‘ग्यारहवें विश्व हिन्दी सम्मेलन, मॉरीशस’ के कवि-सम्मेलन में भारत सरकार के विदेश मन्त्रालय के अन्तर्गत सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद द्वारा राष्ट्रीय कवि के रूप में प्रतिभाग। 15-उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ द्वारा वर्ष 2018 में, ‘राष्ट्रपुत्र यशवन्त’ महाकाव्य पर रु. पिचहत्तर हज़ार का नामित ‘तुलसी सम्मान/पुरस्कार’। 16-जोवियल फाउन्डेशन यूनिवर्सल ट्रस्ट, बरेली द्वारा ‘लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड-२०१८’। 17-दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी (संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार) द्वारा डेढ़ लाख रुपये का ‘महर्षि दधीचि सम्मान/पुरस्कार-2018’। 18-कन्सर्न्ड थि१-अ.भा.संस्था ग्रेटर लखनऊ द्वारा ‘साहित्यकार प्रेरणा सम्मान 2018’। 19-‘पं. युगल किशोर सुरोलिया साहित्य सम्मान-२०१८’ भीलवाड़ा (राजस्थान) 20-साहित्य मण्डल सम्मान नाथद्वारा (राजस्थान) द्वारा ‘साहित्य-साधक सम्मान 2018’। 21-‘राष्ट्र किंकर’ दिल्ली द्वारा ‘कर्मयोगी सम्मान 2018’। 22- अ.भा. साहित्य परिषद,बुलन्दशहर.द्वारा ‘वाचस्पति- सम्मान’। 23-विज्डम अब्रोड सोसायटी द्वारा ‘महाकाव्य-पारीण ‘सम्मान। 24-अखिल भारतीय सृजन साहित्य मंच द्वारा ‘श्रेष्ठ रचनाकार’ सम्मान, 25-‘निराला साहित्य सम्मान’ (मानव सेवा क्लब, बरेली द्वारा), 26- ‘साहित्य-भूषण सम्मान’ साहित्य मण्डल,नाथद्वारा (राज) 27-‘रजनीकान्त पालीवाल स्मृति सम्मान २०२३’ (उदयपुर.राज) 28- ‘अंकुरण साहित्य साधक सम्मान-२०२३’संस्कृति एवं साहित्य शोध समिति, बालाघाट (म.प्र.)द्वारा, 29-अखिल भारतीय हिन्दी विधि प्रतिष्ठान (पीलीभीत) 30-अवधेश प्रताप सि़ह विश्वविद्यालय, रीवा (म.प्र.)द्वारा सम्मानित। 31-हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला द्वारा सम्मानित। 32-केन्द्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला (हि.प्र.)द्वारा सम्मानित। 33-महात्मा ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय (बरेली) द्वारा सम्मानित, 34-हिन्दी पुस्तकालय, डीग (राजस्थान) द्वारा सम्मानित। 35-अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.)द्वारा सम्मानित। 36-विश्व हिन्दी मंच द्वारा आयोजित तीन अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनारों में प्रतिभाग। 37-इंटरनेशनल स्कूल, बिल्सी (बदायूं) द्वारा सम्मान, 38-चेतना साहित्य परिषद, लखनऊ द्वारा ‘महाकवि रामजी दास कपूर स्मृति सम्मान-२०२२’। 39-कर्नल पतंजलि शर्मा स्मृति सम्मान, दिल्ली, 40-हिन्दी साहित्य भारती, भाग्यनगर (हैदराबाद, तेलंगाना) द्वारा सम्मानित। 41-विश्व हिन्दी मंच,जैसलमेर (राज.) द्वारा सम्मानित। 42-जटाशंकर त्रिवेदी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालाघाट (म.प्र.) द्वारा सम्मानित। ४३-शुभम मेमोरियल,बरेली द्वारा सम्मान।
रचना-विधाएँ ः-पद्य (छन्द, गीत, ग़ज़ल, बाल कविता)
गद्य (लेख, व्यंग्य, कहानी, समीक्षा, संस्मरणद्)
संस्कृत भाषा में छन्द, गीत, ग़ज़ल, मुक्तक।
पत्र-पत्रिकाएँ:- कला-कलश (मुम्बई), कविताश्री (अण्डाल, पश्चिमी बंगाल) स्वतंत्र भारत, सुकवि विनोद, राष्ट्रधर्म, सोनार समुदाय, उत्तर प्रदेश, कला कुंज भारती, चेतना स्रोत, (लखनऊ) सरिता, आर्य सन्देश, पांचजन्य (दिल्ली) नव ज्योति (इलाहाबाद) मानस संगम (कानपुर),मानस चंदन (सीतापुर), अखण्ड ज्योति (हरिद्वार) युग निर्माण योजना (मथुरा) विश्वज्योति (होशियारपुर, पंजाब), बालहंस (जयपुर), प्रेस मैन (भोपाल), गाण्डीवम् (वाराणसी) निर्झरिणी, युवा मन, (बरेली), नीलाम्बरा (ई-पत्रिका)अमर उजाला, दैनिक जागरण, आज, दिव्य प्रकाश, राष्ट्रदेव इत्यादि देश-विदेश की अनेकानेक पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं, कहानियाँ, समीक्षाएँ, भूमिकाएँ प्रकाशित।
सम्पादनः-तराई उजाला (साप्ताहिक) ‘पंकज पराग’, ‘रणंजय-रश्मि’, ‘इस धरा पर स्वर्ग का अवतरण होना है सुनिश्चित’, ‘ब्रजांजलि’ (स्मारिकाएँ) एवं हिन्दूपति महाराणा प्रताप (महाकाव्य)।
प्रसारण:-आकाशवाणी के रामपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, बरेली, मथुरा और दिल्ली केन्द्र तथा लखनऊ, बरेली दूरदर्शन, वक्तव्य मंच, मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल, हिंदी साहित्य भारती व डी डी उ.प्र. इत्यादि अन्यानेक लाइव चैनलों पर व्यक्तित्व/कृतित्व पर समग्र एवं विविध महाकाव्यों पर चर्चा का प्रसारण।
प्रकाशित कृतियाँ:-
1-‘वन्दे भारतम्’ (राष्ट्रीय काव्याख्यायिका), 2-‘स्वातन्त्र्य-वीर शतक’ (वीर सावरकर पर अनूदित प्रबन्ध काव्य), 3-‘बाँग्ला- त्राण’ (1971 की भारत पाक युद्ध पर) महाकाव्य। 4-‘कथाएँ व्यर्थ हो गयीं’ (घनाक्षरी-संग्रह) 5-‘अश्रु ढले, गीत बने’, (गीत- संग्रह)। 6-‘गायत्रेय’, (पं. श्रीराम शर्मा आचार्य पर) महाकाव्य। 7-‘युवमन्यु’, (स्वामी विवेकानंद पर) महाकाव्य। 8-‘हमारी बात बे-मानी नहीं है’ (ग़ज़ल-संग्रह)। 9- ‘हँस पड़े पलाश’ (गीत- संग्रह) 10-‘आवाज़ दे रहा महाकाल’ (प्रज्ञा- बोध-गीत-संग्रह) 11-‘राष्ट्र-पुत्र यश-वन्त’, (बाबा जसवंत सिंह गोर्ला रावत पर) महाकाव्य।12-कैप्टन बाना सिंह’, (परमवीर चक्र विजेता की शौर्यगाथा) महाकाव्य। 13-‘हठयोगी नचिकेता’ महाकाव्य। 14′-बलि-पथ’, (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार पर) महाकाव्य। 15-‘इदं राष्ट्राय’, (श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर ‘गुरूजी’ पर) महाकाव्य। 16- ‘पं. रामप्रसाद बिस्मिल’ महाकाव्य। 17-‘अग्नि-ऋचा’ (पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए. पी. जे. अब्दुल कलाम पर) महाकाव्य। 18- ‘बिरसा मुण्डा’, (झारखंड के आदिवासी क्रान्तिवीर पर) महाकाव्य। 19- ‘महायोगी गोरक्षनाथ’ (गोरक्षपीठाधीश्वर पर) महाकाव्य। 20-‘शंख महाकाल का’ (उज्जैन के महाकाव्यकार पं. श्रीकृष्ण’ सरल’ पर) महाकाव्य। 21- ‘तुम्हारी आँख का काजल’ (ग़ज़ल-संग्रह) 22-‘गाथाएंँ बलिदान की’ (विरुदावली-गीत संग्रह) 23- ‘सन्नाटा मत बुनो’ (संयुक्त/सहयोगी काव्य-संकलन), 24- ‘लोक-नायक’ (बाबू जयप्रकाश नारायण पर) महाकाव्य, 25-‘लौह-पुरुष’ (सरदार वल्लभभाई पटेल पर) महाकाव्य, 26-‘पीढ़ियाँ मज़बूर हैं’ (ग़ज़ल- संग्रह) 27-‘इस धरती के एकलव्य हम’ (नवगीत-संग्रह) 28-‘क्रान्तिमन्यु स्वामी श्रद्धानन्द’ महाकाव्य।
शीघ्र प्रकाश्य कृतियाँ:-
1-‘ब्रह्मात्मज’ (नैमिष व्यासपीठाधीश्वर स्वामी नारदानन्द पर) महाकाव्य। 2– ‘उत्तर मानस’ (घनाक्षरी छन्दों में, सम्पूर्ण राम- कथा पर महाकाव्य)। 3-‘दिवेरघाटी का युद्ध’ (महाराणा प्रताप की उत्तरगाथा पर) महाकाव्य। 4-‘गोपाल पाठा'(बंगाल के हिन्दू वीर पर) 5- ‘प्रीति के आखर तलाशें’ (ग़ज़ल-संग्रह) 6-‘हैरान नहीं हूँ’ (ग़ज़ल-संग्रह) 7-‘क्यों ज़ुबानें चुप रहीं?’ (ग़ज़ल- संग्रह) 8-‘जय भारत, जय भारती’ (राष्ट्रीय गीत-संग्रह) 9- ‘हलवा गाजर का’ (बाल कविता/गीत संग्रह) 10-‘भालूराम चले ससुराल’ (बाल कविता/गीत संग्रह) 11-‘टिम टिम करते तारे’ (बाल कविता/गीत संग्रह) 12- ‘आह्लादों के शंख'(दोहा- संग्रह)13-‘ओ नवयुग के धनंजयो!’ (मुक्तक-संग्रह)14- ‘टी. वी. से अख़बारों तक’ (मुक्तक-संग्रह) 15- ‘सोचो मेरे भाई’ (घनाक्षरी-संग्रह) 16- ‘सफर वायुयान का’ (घनाक्षरी/सवैया-संग्रह) 17– ‘हिमगिरि हिन्दुस्तान के’ (राष्ट्रीय गीत संग्रह) 19-ऐसे गीत कहाँ मरते हैं?’ (गीत संग्रह) 19-‘पंख खोल उड़ चलें गगन में, (गीत-नवगीत-संग्रह) 20- ‘कीर्ति ध्वजा फहराएँ’ (भावगीत-संग्रह) 21-‘ये क्रोण-कर्कटासुर (कविता-संग्रह) 22-क्या कहूँ’ (कविता-संग्रह) 23-‘दोष को दानव भूमि पछारौ’ (अवधी छन्द-संग्रह) 24-‘वीर सावरकर चालीसा’ (दोहा-चौपाई-संग्रह),’और,बेटी लौट आयी’ (कहानी-संग्रह),’समय की शिला पर’ (भूमिकात्भक विचार-संग्रह)’,’सृष्टि पर दृष्टि’ (समीक्षा-संग्रह) तथा अन्य समसामयिक कविता-संग्रहों व गद्य सहित लगभग तीन दर्जन से अधिक पुस्तकें।
सम्प्रति ः-अर्धशासकीय सेवा से निवृत्त।
दायित्व (अ)-संरक्षक-स्वस्तिमान, वातायन, देवनागरी उत्थान परिषद (पूरनपुर), रंजन पब्लिकेशन,बरेली, सूर्यांशी कला संस्थान, झाँसी एवं माल्यार्थ फाउण्डेशन, फ़रीदाबाद (हरियाणा)
(ब) -निदेशक,युवीटेक इंजीनियर्स, फरीदाबाद (हरियाणा)
(स) प्राक्तन अखिल भारतीय सह साहित्य-संयोजक, संस्कार भारती।
(द) अन्तरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष/केन्द्रीय संयोजक, सदस्यताभियान, हिन्दी साहित्य भारती (वैश्विक साहित्यिक संगठन)
(य)सदस्य, विशेषज्ञ समिति (कलाकार पेंशन/चिकित्सीय सहायता), संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार।
(र) सदस्य, विशेषज्ञ समिति, साहित्यिक पुरस्कार योजना, उ.प्र.हिन्दी संस्थान.(लखनऊ) एवं हि.प्र.कला, संस्कृति अकादमी (शिमला)।
(ल) प्राक्तन अंचल कोषाध्यक्ष,भारत लोक शिक्षा परिषद, नयी दिल्ली
(व) प्राक्तन अध्यक्ष-सरस्वती शिशु निकेतन मन्दिर (सी.बी. एस.सी.), पूरनपुर
साभार संकलनकर्ता : वरिष्ठ साहित्यकार रंजन विषद